175 अरब डॉलर की 'गोल्डन डोम' योजना, अमेरिका बनाएगा अंतरिक्ष ढाल

अमेरिका ने 'गोल्डन डोम' मिसाइल रक्षा प्रणाली लॉन्च की है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि तीन साल में अंतरिक्ष से सुरक्षा पूरी होगी। लेकिन रूस-चीन ने विरोध जताया है।;

Update: 2025-05-21 03:24 GMT

Golden Dome: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को गोल्डन डोम नामक एक नई अंतरिक्ष-आधारित मिसाइल रक्षा प्रणाली की विस्तृत जानकारी साझा की। यह प्रणाली अमेरिका द्वारा अंतरिक्ष में तैनात की जाने वाली पहली हथियार प्रणाली होगी और अनुमान है कि इसकी कुल लागत लगभग 175 बिलियन डॉलर होगी। ट्रंप ने कहा कि यह प्रणाली अगले तीन वर्षों में पूरी तरह चालू हो जाएगी।

क्या है गोल्डन डोम?

गोल्डन डोम एक जमीन और अंतरिक्ष आधारित मिसाइल रक्षा प्रणाली होगी, जो दुश्मन के मिसाइलों को कई चरणों में पहचानने, ट्रैक करने और नष्ट करने में सक्षम होगी। यह प्रणाली मिसाइलों को उड़ान भरने से पहले ही निष्क्रिय कर सकती है या उन्हें हवा में ही रोक सकती है।

ट्रंप ने कहा कि यह प्रणाली अमेरिका की सफलता और अस्तित्व के लिए बेहद जरूरी है। जब यह पूरी तरह स्थापित हो जाएगी, तब यह दुनिया के किसी भी कोने से, यहाँ तक कि अंतरिक्ष से दागी गई मिसाइलों को भी रोकने में सक्षम होगी। उन्होंने बताया कि यह सिस्टम अंतरिक्ष-आधारित सेंसर और इंटरसेप्टर समेत अगली पीढ़ी की तकनीकों को जमीन, समुद्र और अंतरिक्ष में तैनात करेगा।

रक्षा मंत्रालय और सैन्य नेतृत्व

पेंटागन प्रमुख पीट हेगसेथ ने बताया कि गोल्डन डोम को मौजूदा जमीनी रक्षा प्रणालियों के साथ एकीकृत किया जाएगा। यह प्रणाली पारंपरिक और परमाणु हथियारों से लैस क्रूज़ मिसाइलों, बैलिस्टिक मिसाइलों, हाइपरसोनिक हथियारों और ड्रोन से देश की रक्षा करेगी।इस परियोजना का नेतृत्व यूएस स्पेस फोर्स के जनरल माइकल गुएटलिन करेंगे, जो 2021 से स्पेस फोर्स में हैं और मिसाइल तथा अंतरिक्ष प्रणालियों में विशेषज्ञ माने जाते हैं।

लागत और समयसीमा

ट्रंप ने प्रारंभिक चरण के लिए 25 बिलियन डॉलर की राशि आवंटित की है। हालांकि, कांग्रेसनल बजट ऑफिस का अनुमान है कि पूरी प्रणाली की लागत 500 बिलियन डॉलर तक जा सकती है और यह खर्च आगामी 20 वर्षों में किया जाएगा।

अन्य देशों की भागीदारी

हालांकि यह प्रणाली मुख्य रूप से अमेरिका की रक्षा के लिए बनाई जा रही है, ट्रंप ने कहा कि कनाडा ने इस प्रणाली में शामिल होने की रुचि जताई है क्योंकि वे भी सुरक्षा चाहते हैं।

नाम के पीछे की सोच

गोल्डन डोम नाम इज़राइल की प्रसिद्ध Iron Dome प्रणाली से प्रेरित है, जिसने 2011 से अब तक हजारों रॉकेट और प्रोजेक्टाइल्स को रोका है। हालांकि अमेरिका को जिन मिसाइल खतरों का सामना है, वे इज़राइल की तुलना में अधिक दूरी और जटिलता वाले हैं। अमेरिका के लिए रूस और चीन जैसे देशों की लंबी दूरी की मिसाइलें और अंतरिक्ष हथियार बड़ी चुनौती हैं।

विरोध और वैश्विक प्रतिक्रिया

रूस और चीन ने इस योजना की कड़ी आलोचना की है। इस महीने की शुरुआत में दोनों देशों ने इसे अत्यधिक अस्थिर करने वाला करार दिया और कहा कि यह योजना अंतरिक्ष को युद्ध का मैदान बना सकती है। क्रेमलिन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह योजना स्पष्ट रूप से अंतरिक्ष में सैन्य संघर्ष की क्षमताओं को मजबूत करती है।

यह घोषणा ऐसे समय पर आई है जब वैश्विक भू-राजनीति में तनाव लगातार बढ़ रहा है और अंतरिक्ष अब सिर्फ वैज्ञानिक प्रयोगों का क्षेत्र नहीं रह गया है, बल्कि रणनीतिक प्रभुत्व की दौड़ में भी शामिल हो गया है। अमेरिका की यह नई मिसाइल रक्षा नीति निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय संबंधों में बड़ा बदलाव ला सकती है।

Tags:    

Similar News