ट्रंप से दूरी के बीच मस्क का एलान, बिल हुआ पास तो बनाऊंगा अपनी पार्टी
एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप के 5 ट्रिलियन डॉलर वाले बजट बिल को 'पागलपन' बताया। चेतावनी दी कि बिल पास हुआ तो वो नई अमेरिका पार्टी लॉन्च करेंगे।;
कभी डोनाल्ड ट्रंप के करीबी माने जाने वाले एलन मस्क ने एक बार फिर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की प्रमुख नीति वन बिग, ब्यूटीफुल बिल की कड़ी आलोचना की है। मस्क ने इस विधेयक को न केवल पागलपन बताया, बल्कि चेतावनी दी कि अगर सीनेट इसे पारित करती है, तो वे अगले ही दिन अमेरिका पार्टी नामक एक नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा करेंगे।
क्या है 'वन बिग, ब्यूटीफुल बिल'?
यह विधेयक ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की प्राथमिक नीति है, जिसमें रक्षा, ऊर्जा और सीमा सुरक्षा पर विशाल बजट खर्च का प्रस्ताव है, लेकिन स्वास्थ्य और पोषण कार्यक्रमों में भारी कटौती का भी प्रावधान है।कांग्रेस के बजट कार्यालय के अनुसार, अगर यह विधेयक पारित होता है, तो अगले दस वर्षों में अमेरिका का राष्ट्रीय घाटा 3.3 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ सकता है।
मस्क की तीखी टिप्पणी: “हम अब 'पॉर्की पिग पार्टी' में हैं। मस्क ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा यह बिल $5 ट्रिलियन की रिकॉर्ड कर्ज सीमा बढ़ाता है। अब यह साफ है कि हम एक पार्टी वाले देश में रह रहे हैं — ‘पॉर्की पिग पार्टी’! अब समय आ गया है एक ऐसी नई पार्टी का, जो आम लोगों की वाकई परवाह करती हो।”
रिपब्लिकन नेताओं पर भी वार
मस्क ने सीधे रिपब्लिकन नेताओं को भी आड़े हाथों लिया, खासकर हाउस फ्रीडम कॉकस के चेयरमैन एंडी हैरिस को। उन्होंने लिखा कि अगर आप सरकारी खर्च कम करने के वादे पर चुने गए हैं और फिर इस बिल के लिए वोट करते हैं, तो आपको शर्म आनी चाहिए। मस्क ने स्पष्ट कहा कि यदि यह विधेयक पारित हुआ, तो वे अगले दिन अमेरिका पार्टी का ऐलान करेंगे।
उनका कहना है कि अमेरिका में डेमोक्रेट-रिपब्लिकन यूनिपार्टी सिस्टम अब आम नागरिकों की आवाज़ को नहीं सुनता, और समय आ गया है एक वैकल्पिक राजनीतिक विकल्प खड़ा करने का।
ट्रंप से नजदीकी अब सियासी तल्खी में बदली
एक समय में एलन मस्क, ट्रंप प्रशासन में 'गवर्नमेंट एफिशिएंसी डिपार्टमेंट' के प्रमुख रह चुके हैं। लेकिन अब दोनों के संबंधों में खटास आ गई है। मस्क का दावा है कि उनके समर्थन के बिना ट्रंप चुनाव हार जाते।
5 जून को मस्क ने X पर पोस्ट किया कि मेरे बिना ट्रंप चुनाव हार जाते, डेमोक्रेट्स हाउस पर काबिज होते और सीनेट में रिपब्लिकन सिर्फ 51-49 पर सिमट जाते। इसके जवाब में ट्रंप ने पहले मस्क को असभ्य कहा, लेकिन बाद में एक रैली में उन्हें स्मार्ट और शानदार व्यक्ति भी बता दिया, जिससे रिश्तों की पेचीदगियां और उजागर हो गईं।
एलन मस्क और ट्रंप के बीच बढ़ती दूरी केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि नीतिगत और वैचारिक टकराव का संकेत भी है। अब देखना यह है कि क्या मस्क वाकई अमेरिका पार्टी का गठन करते हैं, या यह सिर्फ ट्रंप के दबाव में किया गया एक रणनीतिक दांव है।