इमरान खान को रखा गया डेथ सेल में. बेटे कासिम खान का आरोप - नहीं मिलने दिया जा रहा बहनों से

अडियाला जेल अधिकारियों ने कहा कि इमरान खान के स्वास्थ्य या उनके साथ किसी गलत व्यवहार की खबरें झूठी हैं.

Update: 2025-11-28 09:43 GMT
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जीवित हैं या नहीं इसे लेकर कयासों का बाजार गर्म है. इमरान के परिवार के सदस्यों ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है. इमरान खान के बेटे कासिम खान ने X पर लिखा कि उनके पिता इमरान खान को 845 दिनों से जेल में रखा गया है और पिछले छह हफ्तों से एक “डेथ सेल” में अकेले बंद कर दिया गया है. उनका कहना है कि कोर्ट के आदेश होने के बावजूद किसी को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है.

क़ासिम के मुताबिक, इमरान की बहनों को कई बार मिलने से रोक दिया गया है और बेटों को तो न कोई संपर्क, न कोई जानकारी, और न यह सबूत मिला है कि खान ठीक हैं या नहीं. उन्होंने इसे सुरक्षा कारण नहीं, बल्कि एक “जानबूझकर किया गया अंधेरा (ब्लैकआउट)” बताया. कासिम ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान सरकार और उसके “हैंडलर्स” इसके लिए जिम्मेदार होंगे. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और लोकतांत्रिक देशों से तुरंत दखल देने की अपील की और इमरान खान के लिए 'प्रूफ ऑफ लाइफ़' जारी करने की मांग की है.

इमरान खान की बहन नूरीन नियाज़ी ने ANI से कहा कि पाकिस्तान सरकार पत्रकारों और मीडिया मालिकों पर बहुत दबाव डाल रही है. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में सेंसरशिप इतनी सख्त है कि पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया जाता है. और रिहा होने पर भी वे खुलकर बोल नहीं सकते हैं.” उनके मुताबिक, कई बड़े पत्रकार देश छोड़कर चले गए हैं और उनके पासपोर्ट व संपत्तियाँ भी जब्त कर ली गई हैं.

उन्होंने स्थिति की तुलना “हिटलर जैसी हरकतों” से की और शहबाज़ शरीफ सरकार को “बेहद अलोकप्रिय” और “कमज़ोर” बताया है. उनका आरोप है कि चुनाव में धांधली हुई और पश्चिमी देश सब जानते हुए भी चुप हैं.

खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहैल अफरीदी ने गुरुवार को अडियाला जेल के बाहर धरना भी दिया, क्योंकि उन्हें लगातार 8वीं बार इमरान खान से मिलने नहीं दिया गया. पुलिस ने उन्हें और PTI कार्यकर्ताओं को जेल के पास ही रोक दिया. अफरीदी का कहना है कि कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं हो रहा है. उन्होंने पूछा, “2.5 करोड़ लोगों के प्रतिनिधि को मिलने से क्यों रोका जा रहा है?”

उन्होंने कहा कि खान की बहनों, वकीलों और डॉक्टरों को भी मुलाकात की अनुमति नहीं दी जा रही है. PTI नेताओं ज़ुल्फ़ी बुख़ारी और मेहर बानो कुरैशी ने भी सरकार से इमरान खान की सेहत पर स्पष्ट बयान देने और परिवार से मिलने की इजाजत देने की मांग की है.

जेल प्रशासन का दावा: सब अफवाहें, खान बिल्कुल ठीक

अडियाला जेल अधिकारियों ने कहा कि इमरान खान के स्वास्थ्य या उनके साथ किसी गलत व्यवहार की खबरें झूठी हैं.

उनका कहना है कि खान पूरी तरह से स्वस्थ हैं, उन्हें सभी जरूरी सुविधाएँ दी जा रही हैं और उन्हें कहीं शिफ्ट नहीं किया गया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर फैल रही खबरों को बिना आधार बताया और कहा कि किसी विश्वसनीय संस्था ने ऐसी बात की पुष्टि नहीं की है. अडियाला जेल पंजाब सरकार के अधीन है. पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज़ ने कहा कि मुलाकातों के फैसले पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है. वहीं, इमरान खान पहले भी आरोप लगा चुके हैं कि जेल का नियंत्रण वास्तव में एक सेना के कर्नल के हाथों में है.

दरअसल स्थिति और गंभीर तब हुई जब खान की तीन बहनों नूरीन नियाज़ी, अलीमा खान और डॉ. उज़्मा खान ने आरोप लगाया कि पिछले हफ्ते जेल के बाहर शांतिपूर्ण विरोध के दौरान पुलिस ने उन्हें खींचा, धक्का दिया और जोर जबरदस्ती से उन्हें हटाया. नियाज़ी का कहना है कि उन्हें बाल पकड़कर घसीटा गया, जमीन पर गिराया गया और उन्हें चोटें आईं. यह विरोध इसलिए था क्योंकि उन्हें एक महीने से ज्यादा समय से इमरान खान से मिलने नहीं दिया जा रहा था.

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