रूस-जापान में सुनामी अलर्ट, फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट कराया गया खाली
रूस के कैमचटका क्षेत्र में समुद्री भूकंप के बाद जापान, रूस और द्वीपीय इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। वहीं तटीय क्षेत्रों में रेस्क्यू तेज किया गया है।;
रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कैमचटका प्रायद्वीप के पास बुधवार सुबह एक जबर्दस्त भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.7 मापी गई है। यह भूकंप समुद्र के नीचे आया, जिससे पूरे क्षेत्र में हलचल मच गई। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण संस्था यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने इस भूकंप की पुष्टि करते हुए बताया कि इसकी गहराई मात्र 19.3 किलोमीटर थी, जिससे सतह पर तेज झटकों का प्रभाव पड़ा और सुनामी की आशंका गहरा गई। ऐहतियात के तौर पर जापान के फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट को खाली कराया गया है।
सुनामी अलर्ट जारी
भूकंप के तुरंत बाद जापान और अमेरिका की एजेंसियों ने सुनामी वॉच जारी कर दिया। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, एक मीटर (लगभग 3.28 फीट) ऊंची लहरें जापान के तटीय इलाकों में भारतीय समयानुसार सुबह 6:30 बजे के बाद पहुंच सकती हैं। इस आशंका के मद्देनज़र तटीय क्षेत्रों को अलर्ट कर दिया गया है।
जापान की सरकार सतर्क
जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा को स्थिति की जानकारी दी गई है। जापानी सरकार ने आपात बैठक बुलाकर राहत और बचाव कार्यों की तैयारी तेज कर दी है। गौरतलब है कि जुलाई में भी कैमचटका क्षेत्र में 7.4 तीव्रता का समुद्री भूकंप आया था, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई थी।
अमेरिका का अनुमान – तीन घंटे में लहरें पहुंच सकती हैं
यूएस सुनामी चेतावनी केंद्र ने भी चेतावनी दी है कि रूस और जापान के तटीय इलाकों में अगले तीन घंटों में खतरनाक लहरें पहुंच सकती हैं। इसके अलावा फिलीपींस, मार्शल आइलैंड्स, पलाऊ और आसपास के द्वीपों में भी हल्की लहरों का खतरा जताया गया है।
रूसी गवर्नर बोले – दशकों का सबसे शक्तिशाली भूकंप
रूसी प्रशासन के अनुसार अभी तक किसी व्यक्ति के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन एक किंडरगार्टन स्कूल को नुकसान पहुंचा है। क्षेत्रीय गवर्नर ने इस भूकंप को दशकों में सबसे शक्तिशाली बताया और तटीय क्षेत्रों के निवासियों से तत्काल सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
सेवेरो-कुरील्स्क में रेस्क्यू अभियान जारी
भूकंप और संभावित सुनामी के खतरे को देखते हुए रूस के सखालिन क्षेत्र के छोटे शहर सेवेरो-कुरील्स्क से लोगों को निकालने का काम जारी है। स्थानीय प्रशासन ने युद्धस्तर पर राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। सखालिन के गवर्नर ने पुष्टि की है कि लोगों की सुरक्षा के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं और नागरिकों से सतर्क रहने, अफवाहों से बचने और आपातकालीन निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और तटीय इलाकों को उच्चतम सतर्कता पर रखा गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ घंटे इस क्षेत्र के लिए निर्णायक होंगे।