प्रशांत महासागर में भीषण हलचल, रूस से जापान तक खतरे की लहर

रूस के कामचटका में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद जापान, हवाई, चिली और अन्य प्रशांत देशों में सुनामी का खतरा, फुकुशिमा प्लांट भी खाली कराया गया।;

Update: 2025-07-30 04:23 GMT

कहा जाता है कि प्रकृति जब अपना रौद्र रूप दिखाती है तो हर तरह की व्यवस्था बौनी हो जाती है। रूस के सुदूर-पूर्वी कामचटका प्रायद्वीप में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद पूरे प्रशांत महासागर क्षेत्र में सुनामी की लहरें डरा रही हैं। 1952 के बाद रूस के कामाचटका में 8.7 स्तर के भूकंप ने दस्तक दी। यूएस भूकंपीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, यह भूकंप सतह से केवल 19.3 किमी की गहराई पर आया। भूकंप के बाद अमेरिका के हवाई में 6 फीट ऊंची लहरों ने दस्तक दी है तो वहीं 2011 के बाद जापान का फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट भी खतरे की जद में है। यही नहीं जापान में 19 लाख लोग डर के साए में जी रहे हैं। 

हवाई, जापान और अन्य तटीय इलाकों में अलर्ट

भूकंप के बाद हवाई, जापान, चिली और सोलोमन द्वीपों में 1 से 3 मीटर तक ऊंची लहरें उठने की संभावना जताई गई है। होनोलूलू और हवाई के समुद्र तटों से पर्यटक और स्थानीय लोग पीछे हटने लगे हैं। भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति है और लोगों से समुद्र तटों से दूर रहने की अपील की गई है।

जापान में 16 अलग-अलग जगहों पर सुनामी दर्ज की गई, जहां कुछ स्थानों पर समुद्र की लहरें 40 से 50 सेंटीमीटर तक ऊंची देखी गईं। ईशिनोमाकी पोर्ट पर 50 सेंटीमीटर ऊंची लहरें पहुंचीं।


जापान में छतों और टैरेस पर पहुंचे लोग

टोक्यो सहित जापान के कई तटीय शहरों में लोग सुरक्षा के लिए इमारतों की छतों और ऊंची जगहों पर पहुंच गए हैं। फुकुशिमा न्यूक्लियर पावर प्लांट को एहतियात के तौर पर खाली कराया गया है। 2011 में इसी प्लांट को 9.0 तीव्रता वाले भूकंप और सुनामी ने भारी नुकसान पहुंचाया था।

यूएस और जापानी प्रशासन सतर्क

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कैलिफोर्निया और हवाई के तटीय क्षेत्रों में हाई अलर्ट की बात कही है। वहीं जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा को पूरी जानकारी दी गई है और उन्होंने आपात बैठक बुलाकर राहत और बचाव की तैयारी शुरू कर दी है।

प्रभावित देश और क्षेत्र

यूएस सुनामी चेतावनी केंद्र ने पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र के दर्जनों देशों के लिए चेतावनी जारी की है। इन देशों में जापान, फिलीपींस, ताइवान, वानुअतु, मार्शल आइलैंड्स, समोआ, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, कोस्टा रिका, पेरू, मेक्सिको आदि शामिल हैं।

रूस में तबाही और राहत कार्य

कामचटका में भूकंप से एक किंडरगार्टन की इमारत क्षतिग्रस्त हो गई, हालांकि सौभाग्यवश वहां कोई मौजूद नहीं था। सखालिन क्षेत्र के सेवेरो-कुरील्स्क शहर में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। गवर्नर ने भूकंप को "दशकों का सबसे शक्तिशाली" बताया और तटीय निवासियों से तुरंत ऊंचाई वाले इलाकों में जाने की अपील की है।

इतिहास के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में एक

कामचटका में इससे पहले नवंबर 1952 में 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे हवाई तक सुनामी लहरें पहुंची थीं। यह हालिया भूकंप उस तबाही के बाद से सबसे तीव्र माना जा रहा है।

दुनिया के 10 सबसे विनाशकारी भूकंप (रिक्टर स्केल के अनुसार):

चिली (1960) – 9.5

अलास्का (1964) – 9.2

सुमात्रा, इंडोनेशिया (2004) – 9.1

तोहोकू, जापान (2011) – 9.1

कामचटका, रूस (1952) – 9.0

चिली (2010) – 8.8

इक्वाडोर (1906) – 8.8

अलास्का (1965) – 8.7

अरुणाचल प्रदेश, भारत (1950) – 8.6

सुमात्रा, इंडोनेशिया (2012) – 8.6

स्थानीय प्रशासन की अपील

रूस, जापान और अमेरिका के तटीय क्षेत्रों में प्रशासन ने लोगों से शांत रहने, आधिकारिक चेतावनियों का पालन करने और अफवाहों से बचने की अपील की है।

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