सिर्फ जगह-तारीख बदली एक बार फिर मिले मोदी-जेलेंस्की, क्या रूस संग युद्ध होगा खत्म?

न्यूयॉर्क में हुई द्विपक्षीय बैठक, भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंसकी की तरफ से इस बैठक के लिए अनुरोध किया गया था.

Update: 2024-09-24 04:21 GMT

India-Ukraine Bilaterla Meet: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यूएस दौरा समाप्त हो गया है. अपने दौरे के अंतिम दिन मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर ज़ेलेंसकी के साथ द्विपक्षीय बैठक की. पिछले एक महीने की बात करें तो दोनों देशों के प्रमुखों के बीच ये दूसरी मुलाकात थी, इससे पहले 23 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन दौरे पर गए थे.



सोमवार को हुई मुलाकात
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ज़ेलेंसकी की मुलाकात सोमवार को हुई. बताया जा रहा है कि इस द्विपक्षीय वार्ता का पहले से कोई तय कार्यक्रम नहीं था लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के लिए अनुरोध किया गया, जिसके बाद मोदी इसके लिए तैयार हो गए. पीएम मोदी ने खुद इस मुलाकात को लेकर अपने 'X' हैंडल पर लिखा '' न्यूयॉर्क में राष्ट्रपति @ZelenskyyUa से मुलाकात की. हम द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए पिछले महीने यूक्रेन की मेरी यात्रा के परिणामों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यूक्रेन में संघर्ष के शीघ्र समाधान और शांति और स्थिरता की बहाली के लिए भारत के समर्थन को दोहराया.'' बैठक में जेलेंस्‍की ने प्रधानमंत्री मोदी के शांति प्रयासों की सराहना की. पीएम ने बैठक में कहा कि वे हमेशा शांति के पक्षधर रहे हैं. हमनें विभिन्न देशों के नेताओं से बात की है, जिनका मानना ​​है कि युद्ध समाप्त होना चाहिए और कोई रास्ता निकालने की जरूरत है.
वहीँ भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से भी ये जानकारी दी गयी कि यूक्रेनी पक्ष द्वारा किए गए अनुरोध के बाद बैठक आयोजित की गई थी. इसकी वजह ये भी है कि इस युद्ध का प्रभाव ग्लोबल साउथ पर पड़ा है. यही वजह भी है कि पश्चिमी देश इस युद्ध को अब जल्द से जल्द समाप्त होना देखना चाहते हैं.

भारत से है जंग खत्म कराने की आस
ये बात दीगर है कि सिर्फ यूक्रेन ही नहीं बल्कि अमेरिका और यूरोप भी इस बात पर विश्वास करता है कि भारत और प्रधानमंत्री मोदी ही ऐसी शक्शियत हैं, जो इस युद्ध को रुकवाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.

भारत के एनएसए ने रूस के राष्ट्रपति को दी थी अपडेट
ज्ञात रहे कि पिछले दिनों भारत के एनएसए अजित डोभाल को विशेष तौर पर रूस भेजा गया था, जहाँ उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अगस्त महीने में हुई प्रधानमंत्री मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंसकी के बीच हुई बैठक को लेकर जानकारी दी थी. भारत का प्रयास इन दोनों ही देशों के बीच पिछले 2 साल से जारी युद्ध को रुकवाना और शांति स्थापित करना है. खुद पुतिन भी ख चुके हैं कि अगर भारत, चीन और ब्राज़ील प्रयास करते हैं तो युद्ध समाप्ति पर विचार किया जा सकता है. 


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