'न्यूयॉर्क बन जाएगा मुंबई', रियल एस्टेट अरबपति स्टर्नलिख्ट ने मामदानी की जीत पर जताई चिंता

housing policy: अरबपति निवेशक ने यह भी माना कि मामदानी शहर के “मूल मुद्दों” पर ध्यान दे रहे हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि “आवास बढ़ाना आसान नहीं होगा।”

Update: 2025-11-12 06:35 GMT
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rent control: अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में हाल ही में मेयर चुने गए जोहरन मामदानी के शासन को लेकर रियल एस्टेट ने चिंता जताई है. रियल एस्टेट के अरबपति बैरी स्टर्नलिख्ट ने कहा है कि शहर “बहुत कठिन समय” की ओर बढ़ रहा है। स्टारवुड कैपिटल ग्रुप के सीईओ स्टर्नलिख्ट ने कहा कि वे अपनी कंपनी की टीम को न्यूयॉर्क से बाहर ट्रांसफर करने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने शहर में ट्रेड यूनियनों के प्रभाव को रियल एस्टेट विकास और प्रबंधन लागतों के आसमान छूने का प्रमुख कारण बताया और कहा कि मामदानी की नीतियां इन समस्याओं को और बढ़ा सकती हैं।

मामदानी के चुनावी वादे

चुनाव में जीत के बाद जोहरन मामदानी ने कहा कि वे अपने प्रमुख चुनावी वादों को तुरंत लागू करेंगे। इनमें शामिल हैं:-

* किराया-नियंत्रित अपार्टमेंट्स में किराए फ्रीज़ करना

* बस सेवाओं को निशुल्क करना

* 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों के लिए मुफ्त सार्वभौमिक चाइल्डकेयर कार्यक्रम शुरू करना

* शहर के स्वामित्व वाले पांच ग्रॉसरी स्टोर खोलना

यूनियन नियमों से रियल एस्टेट बेहद महंगा

स्टर्नलिख्ट ने कहा कि हर प्रोजेक्ट जो $100 मिलियन से अधिक का होता है, उसे यूनियन के साथ ही करना पड़ता है और यह बेहद महंगा पड़ता है। नतीजा यह होता है कि शहर में आवास की कीमतें अत्यधिक बढ़ जाती हैं। स्टर्नलिख्ट की कंपनी स्टारवुड कैपिटल ग्रुप के न्यूयॉर्क में कई व्यावसायिक और आवासीय प्रोजेक्ट हैं। उन्होंने कहा कि अन्य डेवलपर्स ने यूनियनों से समझौते करने की कोशिश की है। लेकिन वास्तव में यूनियन ही न्यूयॉर्क को चलाती हैं और यही कारण है कि अमेरिका के ब्लू स्टेट्स इतने महंगे हैं और वहां नया आवास जोड़ना इतना मुश्किल है।

न्यूयॉर्क बन जाएगा मुंबई

मामदानी की आवास नीति पर टिप्पणी करते हुए स्टर्नलिख्ट ने कहा कि वामपंथी सोच यह कहती है कि किराएदारों को किराया नहीं देना चाहिए। अगर आप उन्हें निकाल नहीं सकते तो अगला किराएदार भी भुगतान बंद कर देता है। धीरे-धीरे सब ऐसा ही करने लगते हैं और तब न्यूयॉर्क सिटी मुंबई जैसी बन जाएगी।

वास्तविक मुद्दे

अरबपति निवेशक ने यह भी माना कि मामदानी शहर के “मूल मुद्दों” पर ध्यान दे रहे हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि “आवास बढ़ाना आसान नहीं होगा।” उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहती है कि हम यूनियनों के साथ काम करें तो उसे गंभीर सब्सिडी देनी होगी। यूनियनों को अपने कामकाजी कानूनों और मजदूरी में लचीलापन लाना होगा, वरना आर्थिक रूप से नया निर्माण संभव नहीं।

सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर चिंता

स्टर्नलिख्ट ने यह भी कहा कि मामदानी के शासन में न्यूयॉर्क की सार्वजनिक सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। उन्होंने याद दिलाया कि चुनाव प्रचार के दौरान मामदानी को उनके पुराने बयान — “डिफंड द पुलिस” (पुलिस की फंडिंग घटाने) को लेकर आलोचना झेलनी पड़ी थी।

उन्होंने कहा कि अगर लोगों को लगे कि उनके बच्चे सड़कों पर सुरक्षित नहीं हैं तो वे उन्हें स्कूलों से निकाल लेंगे और शहर छोड़ देंगे। अगर वे पुलिस का सम्मान नहीं करते या उसकी शक्ति घटाते हैं तो शहर बहुत कठिन दौर से गुजरेगा। स्टर्नलिख्ट ने बताया कि उनकी कंपनी पहले ही मिडटाउन मैनहटन से दफ्तर स्थानांतरित करने पर विचार कर रही है।

"सोशलिज़्म कभी सफल नहीं हुआ"

उन्होंने आगे कहा कि शायद वह (मामदानी) इतिहास से सीखेंगे। शायद जिन दस लाख लोगों ने उन्हें वोट दिया, वे नहीं जानते कि समाजवाद (सोशलिज़्म) कभी भी दुनिया के किसी कोने में सफल नहीं हुआ।

मामदानी की ऐतिहासिक जीत

युगांडा में जन्मे मामदानी न्यूयॉर्क सिटी के पहले मुस्लिम मेयर-इलेक्ट और दक्षिण एशियाई मूल के पहले नेता हैं, जिन्होंने यह पद जीता है। विविधता के लिए प्रसिद्ध शहर में उन्होंने पांच में से चार बरो (boroughs) में जीत दर्ज की और व्यापक मतदाता समर्थन हासिल किया।

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