जानें कौन हैं लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव? जिनकी यूक्रेन ने रूस के अंदर कर दी हत्या
Igor Kirillov: रेडियोलॉजिकल, रासायनिक और जैविक रक्षा बलों के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की हत्या एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में छिपे बम से की गई, जो सबसे निर्मम हत्याओं में से एक थी.;
Russia Ukraine war: रूस (Russia) यूक्रेन (Ukraine) पर हमला करने के लगभग 3 साल हो चुके हैं. इस दौरान कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. इनमें कई हाई प्रोफाइल लोग भी शामिल हैं. जंग की शुरुआत में यह कयास लगाए जा रहे थे कि रूस महज 2 से 3 दिन में यह जंग खत्म कर देगा. क्योंकि यूक्रेन (Russia) अपने दुश्मन के सामने काफी कमजोर था. लेकिन देश की सेना और नागरिकों ने हिम्मत का परिचय दिया और पश्चिमी देशों ने भी सपोर्ट किया. इस वजह से अब तक रूस को कामयाबी हाथ नहीं लगी है. इसी बीच रूस (Russia) को काफी बड़ा झटका लगा है. क्योंकि रूस के परमाणु सुरक्षा बलों के प्रमुख की मंगलवार (17 दिसंबर) को मॉस्को में एक अपार्टमेंट इमारत के बाहर हत्या कर दी गई.
रूस (Russia) की समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, रूसी संघ की सशस्त्र सेनाओं के रेडियोलॉजिकल, रासायनिक और जैविक रक्षा बलों के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में छिपे बम के विस्फोट में मौत हो गई. विस्फोटक की क्षमता लगभग 300 ग्राम TNT के बराबर थी. किरिलोव और उनके सहायक की हत्या की पुष्टि रूस की जांच समिति ने की है. रूसी टेलीग्राम चैनलों पर पोस्ट की गई तस्वीरों में एक इमारत का प्रवेश द्वार दिखाई दे रहा था, जो टूटा हुआ था और बहुत सारा मलबा था, जिसके बीच खून से सनी बर्फ में दो शव पड़े हुए थे.
हाई-प्रोफाइल हत्या
जनरल किरिलोव की हत्या युद्धक्षेत्र से दूर किसी रूसी सैन्य अधिकारी की सबसे हाई-प्रोफाइल मर्डर है. यूक्रेन (Ukraine) द्वारा कई टारगेट हत्याएं की गई हैं, जिनमें अक्टूबर 2022 में मॉस्को के पास एक कार बम हमला भी शामिल है, जिसमें एक प्रमुख राष्ट्रवादी की बेटी की मौत हो गई थी.
रासायनिक हथियारों का प्रयोग
इससे पहले यूक्रेनी अभियोजकों ने किरिलोव पर यूक्रेन में प्रतिबंधित रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाया था. हालांकि, रूस ने इन आरोपों से इनकार किया था. किरिलोव ने थर्मोबैरिक रॉकेट लांचर, टीओएस-2 को डेवलप करने में मदद की थी. रिपोर्टों में कहा गया था कि रूसी सेना ने रिपोर्ट दी थी कि उन्होंने यूक्रेन में इसका इस्तेमाल किया था.
अक्टूबर में यूनाइटेड किंगडम ने किरिलोव और परमाणु सुरक्षा बलों को दंगा नियंत्रण एजेंटों का उपयोग करने के लिए हरी झंडी दे दी थी. ऐसी खबरें थीं कि जंग के मैदान में विषैले एजेंट क्लोरोपिक्रिन का इस्तेमाल किया जा रहा था. क्लोरोपिक्रिन, जिसे रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) द्वारा प्रयोग करने पर प्रतिबन्ध लगाया गया है, एक तैलीय तरल है, जिसकी तीखी गंध होती है तथा इसे दम घोंटने वाले एजेंट के रूप में जाना जाता है, जिसका प्रथम विश्व युद्ध के दौरान आंसू गैस के रूप में व्यापक रूप से प्रयोग किया गया था.
रूस (Russia) का दावा है कि उसके पास सैन्य रासायनिक शस्त्रागार नहीं है. लेकिन उस पर बार-बार जहरीले हथियारों के कथित इस्तेमाल पर अधिक पारदर्शी होने का दबाव डाला जा रहा है. इस बीच यूक्रेन (Ukraine) की सुरक्षा सेवा ने दावा किया है कि उसने फरवरी 2022 से युद्ध के मैदान में रासायनिक हथियारों के 4,800 से अधिक उपयोग दर्ज किए हैं.