दक्षिण कोरिया में हटा मार्शल लॉ, राष्ट्रपति यून पर विद्रोह का आरोप! अब आगे क्या?
देश के नाम देर रात टेलीविजन संबोधन में यून ने घोषणा की कि वे मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं. क्योंकि विपक्ष राज्य-विरोधी गतिविधियों के साथ सरकार को पंगु बनाने का काम कर रहा है.
South Korea political development: दक्षिणी कोरिया में मंगलवार रात से शुरू हुआ नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम बुधवार सुबह तक चालू रहा. इस दौरान दो बड़े फैसले लिए गए. पहले फैसले में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ लगाने का ऐलान किया. वहीं, दूसरे पक्ष में संसद ने इस फैसले को बहुमत से पलट दिया. आखिकार राष्ट्रपति यून सुक योल को अपना फैसला वापस लेना पड़ा. मार्शल लॉ के ऐलान के बाद दक्षिण कोरियाई लोग सड़कों पर उतर आए और राष्ट्रपति यून के इस्तीफे की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन करने लगे. ऐसे में अब यह सवाल उठने लगा है कि दक्षिण कोरिया में अब आगे क्या होगा और राष्ट्रपति यून का भविष्य किस करवट लेगा?
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने कहा कि वे मार्शल लॉ लागू करने के कुछ ही घंटों बाद इसे हटा देंगे. इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष को देश के लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा करने वाली "राज्य-विरोधी ताकतें" भी करार दिया. यून के इस अप्रत्याशित कदम ने दक्षिण कोरिया में चार दशकों से भी अधिक समय में पहली बार मार्शल लॉ घोषित किया. इस वजह से अमेरिका समेत अन्य सहयोगी देश सकते में आ गए.
ऐलान
देश के नाम देर रात इमरजेंसी टेलीविजन संबोधन में यून ने घोषणा की कि वे मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं. क्योंकि विपक्ष "राज्य-विरोधी गतिविधियों" के साथ सरकार को पंगु बनाने का का कर रहा है. इसके बाद नए मार्शल लॉ कमांडर सेना प्रमुख जनरल पार्क एन-सू के छह-सूत्री आदेश के तुरंत बाद राजनीतिक गतिविधियों और पार्टियों, "झूठे प्रचार", हड़तालों और "सामाजिक अशांति को भड़काने वाली सभाओं" पर प्रतिबंध लगा दिया गया. आदेश ने सभी मीडिया आउटलेट्स को मार्शल लॉ के अधिकार में ला दिया और हड़ताली डॉक्टरों सहित सभी मेडिकल स्टाफ को 48 घंटे के भीतर काम पर लौटने का निर्देश दिया.
संसद
सुरक्षा बलों ने नेशनल असेंबली को सील कर दिया. हेलीकॉप्टर से छत पर उतरे सैनिकों ने कुछ समय के लिए इमारत में प्रवेश किया. उन्हें देखकर ऐसा लगा कि सांसदों को अंदर जाने से रोकने के लिए ही ऐसा किया गया। था. लेकिन 190 सांसद अंदर घुसने में कामयाब रहे और सर्वसम्मति से यूं की घोषणा को खारिज करने और मार्शल लॉ हटाने की मांग करने के लिए मतदान किया. वहीं, बाहर सैकड़ों प्रदर्शनकारी एकत्र हुए, जिनमें से कई यूं को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए नारे लगा रहे थे.
सांसदों के मतदान के बाद यूं पीछे हट गए. उनके मंत्रिमंडल ने आदेश को हटाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी. यून ने सुबह 4:30 बजे एक टेलीविज़न संबोधन में कहा कि अभी कुछ ही समय पहले नेशनल असेंबली से आपातकाल हटाने की मांग की गई थी और हमने मार्शल लॉ ऑपरेशन के लिए तैनात सेना को वापस बुला लिया है. दक्षिण कोरिया के संविधान के तहत मार्शल लॉ हटाने के लिए संसदीय मत का सम्मान किया जाना चाहिए.
यून ने ऐसा क्यों किया?
यून ने कहा कि वह अपने देश के उदार लोकतंत्र को "राज्य विरोधी तत्वों" और "उत्तर कोरिया द्वारा उत्पन्न खतरों" से बचाने के लिए काम कर रहे हैं. लेकिन उन्होंने इसके बारे में बहुत कम जानकारी दी. हालांकि यह घोषणा अप्रत्याशित थी. लेकिन यून और विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच बजट विवाद के संदर्भ में यह घोषणा की गई. विपक्ष ने यून के अगले वर्ष के लिए प्रस्तावित 677 ट्रिलियन वॉन बजट से लगभग 4.1 ट्रिलियन वॉन ($2.8 बिलियन) की कटौती की है, जिसके कारण राष्ट्रपति ने शिकायत की कि "राष्ट्र के मुख्य कार्यों के लिए आवश्यक सभी प्रमुख बजट" में कटौती की जा रही है.
अब आगे क्या?
घरेलू स्तर पर देर रात के घटनाक्रम के बाद यूं पर दबाव और बढ़ गया है. दक्षिण कोरिया की मुख्य विपक्षी पार्टी ने यून पर "विद्रोह" का आरोप लगाते हुए पद छोड़ने की मांग की है. देश के मुख्य श्रमिक संघ समूह ने "तर्कहीन और लोकतंत्र विरोधी उपाय" के कारण उनके इस्तीफा देने तक "अनिश्चितकालीन आम हड़ताल" का आह्वान भी किया है. यून की अपनी पीपुल पावर पार्टी ने मार्शल लॉ लागू करने के उनके प्रयास को "दुखद" बताया और मांग की कि इसमें शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए.