ट्रंप बोले- पीएम मोदी बेहद करीबी, भारत-अमेरिका में मजबूत रिश्ता जरूरी
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वे मोदी और भारत के बहुत क़रीब हैं। पुतिन को सबसे बड़ी निराशा बताया और भारत संग रिश्तों को रीसेट करने की बात कही।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि वे भारत के बहुत क़रीब हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनका व्यक्तिगत संबंध बेहद मजबूत है। लंदन के चेकर्स (ब्रिटिश प्रधानमंत्री के ग्रामीण आवास) में यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने बताया कि उन्होंने हाल ही में मोदी को उनके 75वें जन्मदिन पर बधाई दी थी। इस पर मोदी ने भी उन्हें बहुत खूबसूरत संदेश भेजकर जवाब दिया।
ट्रंप ने कहा मैं भारत के बहुत क़रीब हूं। मैं भारत के प्रधानमंत्री के बहुत क़रीब हूं। मैंने कुछ दिन पहले उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। हमारे बीच बहुत अच्छे रिश्ते हैं और उन्होंने भी एक सुंदर बयान जारी किया। लेकिन हां, मैंने उन पर पाबंदियां भी लगाई हैं।” यह जवाब ट्रंप ने उस सवाल पर दिया, जिसमें पूछा गया था कि वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से निपटने के लिए क्या योजना बना रहे हैं।
अमेरिका-भारत रिश्तों को रीसेट करने की कोशिश
ट्रंप का यह कदम अमेरिका की उस कोशिश के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें वह भारत के साथ तनावपूर्ण व्यापारिक रिश्तों को सुधारना चाहता है। मोदी को फोन ट्रंप ने उनके जन्मदिन से एक दिन पहले किया था, जिसे रणनीतिक संकेत माना जा रहा है।दरअसल, ट्रंप प्रशासन ने भारतीय वस्तुओं पर शुल्क को 50% तक दोगुना कर दिया था। इसमें रूस से भारत द्वारा खरीदे गए कच्चे तेल पर 25% अतिरिक्त शुल्क भी शामिल था। भारत ने इस पर कहा था कि उसका ऊर्जा आयात पूरी तरह राष्ट्रीय हित और बाज़ार की ज़रूरतों पर आधारित है।
ट्रंप ने कहा, “अगर तेल की कीमत नीचे आती है, तो पुतिन युद्ध से पीछे हटने पर मजबूर होंगे। हमारे दबाव से यूरोपीय देशों और चीन पर भी पाबंदियां लगानी पड़ीं। चीन अभी अमेरिका को भारी टैरिफ दे रहा है। लेकिन मैं और कदम तभी उठाऊंगा जब हमारे सहयोगी रूस से तेल खरीदना बंद करेंगे। तेल की कीमतें गिर चुकी हैं और इससे रूस को समझौता करना ही पड़ेगा।”
‘पुतिन सबसे बड़ी निराशा’
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने माना कि यूक्रेन संघर्ष को लेकर पुतिन उनके लिए “सबसे बड़ी निराशा” साबित हुए। उन्होंने यह भी दोहराया कि इस साल की शुरुआत में भारत-पाकिस्तान विवाद में उन्होंने हस्तक्षेप किया था। ट्रंप ने कहा, हमने सात संघर्षों में हस्तक्षेप किया, जिनमें से ज़्यादातर असंभव माने जाते थे। हमने भारत और पाकिस्तान के बीच दखल दिया। ये दोनों परमाणु संपन्न देश हैं। लेकिन यह केवल व्यापार के लिए था। हमने कहा कि अगर आप हमारे साथ व्यापार करना चाहते हैं, तो आपको आपस में शांति रखनी होगी। दोनों देशों के बीच हालात काफी तनावपूर्ण थे।
ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया के साथ ब्रिटेन के दो दिवसीय राजकीय दौरे पर आए थे। यह यात्रा ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय के आमंत्रण पर हुई। चेकर्स में प्रेस वार्ता के बाद दोनों सीधे एयर फ़ोर्स वन से वॉशिंगटन लौट गए।