पॉडकास्ट में AI क्लोनिंग का कमाल पीएम मोदी की बनायी हू-ब-हू आवाज
प्रधानमंत्री मोदी ने इस पॉडकास्ट में कहा था कि "कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) मानव कल्पना के आधार पर कई चीजें बना सकती है।";
PM Modi Fridman Podcast : रविवार को जारी कंप्यूटर वैज्ञानिक और AI शोधकर्ता लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कही। इस पॉडकास्ट को अधिक सुलभ और व्यापक पहुंच योग्य बनाने के लिए AI-संचालित वॉयस क्लोनिंग तकनीक का उपयोग किया गया था। जिसकी वजह से प्रधानमंत्री की आवाज को हू-बी-हू तरह से डबिंग में इस्तेमाल करते हुए इस इंटरव्यू को अलग अलग भाषाओँ में जारी किया जा चुका है. इस तकनीक की अहम बात ये है कि डबिंग में इस्तेमाल आवाज से ये महसूस नहीं हो सकता है कि ये आवाज क्लोन की गयी है। विस्तार से जानते हैं इन सबके बारे में।
AI वॉयस क्लोनिंग से अनुवादित पॉडकास्ट
पॉडकास्ट की डबिंग अमेरिका स्थित स्टार्टअप इलेवनलैब्स द्वारा की गई। इस कंपनी ने AI वॉयस क्लोनिंग तकनीक का इस्तेमाल किया, जिससे प्रधानमंत्री मोदी और लेक्स फ्रिडमैन की आवाज़ उनके स्वर, भावनाएँ और बोलने की शैली के साथ अनुवाद में भी प्रामाणिक बनी रही।
वर्तमान में, यह पॉडकास्ट हिंदी, अंग्रेजी और रूसी भाषाओं में ऑडियो और उपशीर्षकों के साथ उपलब्ध है, और जल्द ही अन्य भाषाओं में भी जारी किया जाएगा। यह अपने मूल स्वरूप (हिंदी और अंग्रेजी के मिश्रण) में भी सुना जा सकता है।
इलेवनलैब्स के संस्थापक की प्रतिक्रिया
इलेवनलैब्स के सह-संस्थापक माती स्टानिस्ज़ेव्स्की, जिनकी कंपनी डीप लर्निंग आधारित प्राकृतिक भाषण संश्लेषण (स्पीच सिंथेसिस) विकसित करने में विशेषज्ञ है, ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा—
"लेक्स फ्रिडमैन और नरेंद्र मोदी की बातचीत से प्रेरित होकर - हमारी टीम पर गर्व है कि हमने इसे अंग्रेजी और हिंदी दोनों में सुलभ बनाया। इलेवनलैब्स की स्थापना खराब गुणवत्ता वाली डबिंग से निराश होकर की गई थी। इसे एक ऐसा अनुभव बनते देखना, जो भावनाओं और मंशा को संरक्षित रखता है, वास्तव में अविश्वसनीय है।"
तीन घंटे की विस्तृत चर्चा
इस पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री मोदी की बचपन से लेकर भारत के प्रधानमंत्री बनने तक की यात्रा पर चर्चा हुई। इसके अलावा, नेतृत्व, कूटनीति, भारत में लोकतंत्र, गरीबी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, चीन और 2002 के गुजरात दंगों जैसे विषयों को भी छुआ गया।
AI पर प्रधानमंत्री मोदी की राय
बातचीत के दौरान AI पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा—
"सच्ची मानवीय बुद्धिमत्ता के बिना, AI फल-फूल नहीं सकता और न ही यह स्थायी रूप से आगे बढ़ सकता है।"
उन्होंने AI के मूल तत्व को ‘सहयोग’ बताया और भारत की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
"दुनिया AI के साथ जो भी करे, वह भारत के बिना अधूरा रहेगा। मैं यह बात पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं," उन्होंने कहा।
AI वॉयस क्लोनिंग क्या है?
इलेवनलैब्स के अनुसार, AI डबिंग एक उन्नत तकनीक है जो जेनरेटिव AI का उपयोग करके बोले गए कंटेंट को सहजता से विभिन्न भाषाओं में अनुवादित करती है।
वॉयस क्लोनिंग तकनीक मूल वक्ता की आवाज़ की विशिष्ट विशेषताओं को दोहराती है, जिससे अनुवादित सामग्री भी प्रामाणिक और स्वाभाविक लगती है।