
दिल्ली पब्लिक स्कूल से टी-मोबाइल के सीईओ तक : श्रीनी गोपालन बने अमेरिका की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी के प्रमुख
भारतवंशी श्रीनी गोपालन टी-मोबाइल के सीईओ नियुक्त किए गए हैं। इस कामयाबी के बाद वो अमेरिकी कंपनियों के प्रतिष्ठित इंडिया-बॉर्न सीईओ क्लब में शामिल हो गए हैं।
अमेरिकी टेलीकॉम दिग्गज टी-मोबाइल ने सोमवार को घोषणा की कि उसने अपने मौजूदा चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफ़िसर (COO) और भारतवंशी श्रीनी गोपालन को कंपनी का अगला मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। यह नियुक्ति 1 नवंबर 2025 से प्रभावी होगी।
इस पदोन्नति के साथ ही गोपालन उन भारतवंशी सीईओ की सूची में शामिल हो गए हैं जो अमेरिका की विश्व की सबसे प्रभावशाली कंपनियों का नेतृत्व कर रहे हैं। इस सूची में माइक्रोसॉफ़्ट के सत्या नडेला, गूगल और अल्फाबेट के सुंदर पिचाई, हनीवेल के विमल कपूर, फ़ेडएक्स के राज सुब्रमण्यम, आईबीएम के अरविंद कृष्णा और अडोबी के शंतनु नारायण जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
क्या है टी-मोबाइल?
दिल्ली में जन्मे गोपालन अब टी-मोबाइल का नेतृत्व करेंगे, जो अमेरिका की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है (मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 267 बिलियन डॉलर)। राजस्व के लिहाज़ से यह तीसरे स्थान पर है, वेरिज़ोन और एटीएंडटी के बाद। वित्त वर्ष 2024 में टी-मोबाइल का वार्षिक राजस्व 81.40 बिलियन डॉलर (यानी 7.16 लाख करोड़ रुपये से अधिक) रहा।
लिंक्डइन पर एक पोस्ट में, 1992 बैच के आईआईएम अहमदाबाद और दिल्ली पब्लिक स्कूल (1985-87) के पूर्व छात्र गोपालन ने कंपनी की साहसिक संस्कृति और ऊर्जावान कार्यबल की सराहना की। उन्होंने लिखा, “एक दशक तक मैंने इस टीम को दूर से देखा, जो इस उद्योग में किसी और से ज्यादा मेहनत करती है, तेजी से आगे बढ़ती है और बड़े सपने देखती है। पिछले कुछ वर्षों में, बोर्ड सदस्य और सीओओ के रूप में, मैंने नज़दीक से देखा है कि यह टीम असाधारण क्यों है, एक ऐसी संस्कृति जो ग्राहक की समस्याओं को खत्म करने पर केंद्रित है और कर्मचारी जो हर काम में अविश्वसनीय जुनून लाते हैं।”
कैरियर का सफ़र
गोपालन का करियर भारत और वैश्विक कॉर्पोरेट जगत दोनों में फैला रहा है। उन्होंने 1992 में यूनिलीवर इंडिया से प्रोफ़ेशनल सफ़र शुरू किया और 1995 तक एरिया सेल्स मैनेजर रहे। इसके बाद उन्होंने कई नेतृत्वकारी भूमिकाएँ निभाईं, भारती एयरटेल में कंज्यूमर डायरेक्टर, कैपिटल वन में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, डॉयचे टेलीकॉम (यूरोप) में बोर्ड सदस्य और वोडाफोन में अहम जिम्मेदारियाँ।
जून 2009 में वे टी-मोबाइल से चीफ़ मार्केटिंग ऑफ़िसर के तौर पर जुड़े। मार्च 2025 में उन्हें सीओओ बनाया गया, जहाँ उन्होंने टेक्नोलॉजी, कंज्यूमर और बिज़नेस डिवीज़न की जिम्मेदारी संभाली।
गोपालन को उनकी तकनीकी समझ और बिज़नेस दृष्टि दोनों के लिए सराहा जाता है। उन्होंने टी-मोबाइल को डेटा-ड्रिवन, एआई-समर्थित और डिजिटल-फ़र्स्ट एंटरप्राइज बनाने में अहम भूमिका निभाई है, जिसमें ग्राहक अनुभव पर गहरी फोकस रही।
उन्होंने कंपनी की 5जी नेतृत्व क्षमता को मजबूत किया और नेक्स्ट-जेनरेशन मोबाइल नेटवर्क में नवाचार को आगे बढ़ाया।
गोपालन ने कहा, “हमारे सामने जो भविष्य है, वह और भी रोमांचक है क्योंकि पिछले पाँच वर्षों में हमने अमेरिका का बेहतरीन नेटवर्क और डिजिटल/एआई क्षमताएँ बनाई हैं, जो उद्योग में किसी और से कहीं आगे हैं। हम वास्तव में ‘अन-केरियर’ (Un-carrier) को पूरी तरह unleash कर सकते हैं और करेंगे।”