एयरलाइन कंपनियों को सरकार के कड़े निर्देश, फ्लाइट रद्द हुई तो पूरा पैसा वापस करें
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मंगलवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कम विजिबिलिटी के कारण कुल 118 उड़ानें रद्द कर दी गईं

एयरलाइन कंपनियों को सरकार के कड़े निर्देश, फ्लाइट रद्द हुई तो पूरा पैसा वापस करें

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइन कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि वे उड़ान में देरी होने पर यात्रियों को भोजन उपलब्ध कराएं। उड़ान रद्द होने की स्थिति में या तो दूसरी उड़ान की व्यवस्था करें या पूरा पैसा वापस करें।


ख़राब मौसम का हवाला देकर एयर लाइन कंपनियां यात्रियों को अपने ही हाल पर नहीं छोड़ सकतीं। सरकार ने साफ कह दिया है कि अगर घने कोहरे और कम विजिबिलिटी का असर विमान सेवाओं पर पड़ रहा है तो एयरलाइन कंपनियों को प्रभावित यात्रियों को हरसंभव मदद देनी होगी।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को सभी विमानन कंपनियों को निर्देश दिया कि वे यात्रियों की सुविधाओं से जुड़े नियमों का सख्ती से पालन करें। मंत्रालय ने एयर लाइन कंपनियों से कहा है कि वे उड़ान में देरी होने पर यात्रियों को भोजन उपलब्ध कराएं। उड़ान रद्द होने की स्थिति में या तो दूसरी उड़ान की व्यवस्था करें या पूरा पैसा वापस करें। साथ ही समय पर चेक-इन करने के बाद भी यात्रियों को विमान में चढ़ने से मना न किया जाए और उनकी शिकायतों का तुरंत समाधान हो।

घने कोहरे और कम विजिबिलिटी का असर विमान सेवाओं पर देखने को मिल रहा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर 100 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुई हैं। सरकार की ओर विमानन कंपनियों को प्रभावित यात्रियों को हर संभव मदद करने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि खराब मौसम के कारण उत्पन्न हुई इस परिस्थिति में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

मंगलवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोहरे का व्यापक असर देखने को मिला। कम विजिबिलिटी के कारण कुल 118 उड़ानें रद्द कर दी गईं, जबकि 16 विमानों का मार्ग बदलना पड़ा। इसके अलावा, लगभग 130 उड़ानों के परिचालन में देरी हुई। मीडिया रिपोर्ट्स में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि रद्द की गई उड़ानों में 60 आने वाली और 58 जाने वाली उड़ानें शामिल थीं।

दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि जो विमान कम विजिबिलिटी (कैट-3 मानक) में उड़ान भरने के लिए तकनीकी रूप से सक्षम नहीं हैं, केवल उन्हीं के परिचालन में बाधा आ रही है।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे हवाई अड्डे के लिए निकलने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति अवश्य जांच लें और यात्रा के लिए अतिरिक्त समय लेकर चलें।

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