Mutual Fund SIP: जुलाई के महीने में छोटे और खुदरा निवेशकों ने इक्विटी म्यूच्यूअल फंड से ज्यादा SIP पर विश्वास दिखाया है. यही कारण है कि जुलाई में SIP में लोगों ने रिकॉर्ड तोड़ 23 हजार करोड़ रूपये का निवेश किया है, जबकि इक्विटी म्यूच्यूअल फंड के निवेश में 9 प्रतिशत घटकर 37,113 करोड़ रुपये रह गया है. इससे यही बात प्रतीत होती है कि छोटे और खुदरा निवेशकों को मुनाफा कमाने के लिए SIP पर ज्यादा भरोसा है.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया ( AMFI ) ने जुलाई महीने के आंकड़े जारी करते हुए बताया है कि निवेशकों ने SIP पर ही ज्यादा भरोसा दिखाया है, जिसका नतीजा ये रहा है कि जुलाई में निवेश का आंकड़ा 23 हजार करोड़ को पार करके रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है. ये अब तक किसी भी महीने में किया गया सबसे ज्यादा निवेश है. विशेषज्ञों का मानना है कि लोगों का SIP पर भरोसा जताना इस बात की ओर इशारा करता है कि इसमें एक ख़ास फोर्मुले के चलते ब्याज ज्यादा मिलता है
AMFI के अनुसार जुलाई महीने में SIP निवेश योजना में मासिक योगदान बढ़कर 23 हजार 332 करोड़ रूपये पर पहुँच गया, जो जून महीने में 21,262 करोड़ रुपये था. AMFI ने ये भी कहा कि SIP निवेश की बात करें तो ये लगातार 41वां महिना है जब इक्विटी फंड में शुद्ध रूप से इन्वेस्टमेंट फ्लो यानी निवेश प्रवाह बढ़ा है.
कौनसा है वो फार्मूला जिसकी वजह से लोग कर रहे हैं SIP में निवेश
SIP की बात करें तो ये भी म्यूचुअल फंड का ही एक प्रकार है. म्यूच्यूअल फंड में दो तरह से निवेश किया जाता है, SIP और लम्पसम. दोनों ही तरीकों में निवेशक को कम्पाउंड इंट्रेस्ट यानी चक्रवृद्धि का फायदा मिलता है. यानी ब्याज पर ब्याज. वहीँ अगर बैंक में एफडी की बात करें तो निवेशक को सिर्फ साधारण ब्याज ही मिलता है. SIP पर मिलने वाले चक्रवर्ती ब्याज की वजह से पैसे पर मिलने वाला ब्याज साल दर साल मूलधन में जुड़ जाता है और निवेशक का छोटा सा फंड एक बड़ी पूंजी में तब्दील हो जाता है.
इक्विटी फंड में घटा निवेश
AMFI की मासिक रिपोर्ट के अनुसार इक्विटी म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट फ्लो यानी निवेश प्रवाह जुलाई महीने में 9 प्रतिशत घटकर 37,113 करोड़ रुपये रहा है, जो जून महीने में 40,608 करोड़ रूपये था. AMFI का कहना है कि ये कमी बड़ी, छोटी और मझोली कंपनियों से जुड़े शेयरों में निवेश में कमी की वजह से दर्ज की गयी है. माना की जुलाई में निवेश प्रवाह पिछले महीने के मुकाबले कम रहा है लेकिन ये आंकड़ा किसी एक महीने में दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा था.
निवेशकों की संख्या होगी 10 करोड़
AMFI के मुख्य कार्यपालक अधिकारी वेंकट चालसानी का कहना है कि जुलाई महीने के आंकड़े दर्शाता है कि छोटे और खुदरा निवेशकों के बीच वित्तीय समझ और अनुशासन को दर्शाता है. इस निवेश की वजह से निवेशकों को व्यवस्थित रूप से अच्छा-खासा कोष बनाने में मदद मिलती है.’ उन्होंने ये भी कहा कि आने वाले तीन-चार साल में म्यूचुअल फंड उद्योग में निवेशकों की संख्या 10 करोड़ पार कर जाएगी.