Blusmart cab
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ब्लूस्मार्ट

ब्लूस्मार्ट को खरीदने की तैयारी में एवर्सोर्स, लेकिन कुछ शर्तों के साथ

ये सौदा 102 मिलियन डॉलर में होगा, पर शर्त है कि कंपनी के संस्थापक बाहर हों; ब्लूस्मार्ट का लिथियम अर्बन में विलय हो सकता है


निवेश कंपनी एवर्सोर्स कैपिटल इलेक्ट्रिक टैक्सी सेवा देने वाली गुरुग्राम की कंपनी ब्लूस्मार्ट को करीब ₹850 करोड़ (102 मिलियन डॉलर) में खरीदने की योजना बना रही है। लेकिन इस सौदे की एक शर्त है — ब्लूस्मार्ट के दोनों सह-संस्थापक, अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी, को कंपनी से बाहर जाना होगा।

पहले ब्लूस्मार्ट की कीमत 300 मिलियन डॉलर मानी जा रही थी, लेकिन अब ये सौदा भारी छूट पर हो रहा है, क्योंकि इसकी जुड़ी हुई कंपनी जेंसोल इंजीनियरिंग पर कई गंभीर आरोप लगे हैं।

लिथियम अर्बन से मिल सकती है कंपनी

सूत्रों का कहना है कि ब्लूस्मार्ट का एवर्सोर्स की दूसरी कंपनी लिथियम अर्बन से मिलाया जाएगा और इसके बाद 100 मिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा ताकि नई कंपनी को और बढ़ाया जा सके।

एवर्सोर्स ने यह भी साफ कर दिया है कि जग्गी भाइयों को पूरी तरह कंपनी से बाहर जाना होगा। वे अब SEBI (भारतीय बाजार नियामक) की जांच में हैं और उन पर वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप हैं।

SEBI का सख्त एक्शन

सेबी ने हाल ही में एक आदेश जारी कर जग्गी भाइयों को किसी भी लिस्टेड कंपनी में डायरेक्टर बनने से रोक दिया है और उन्हें शेयर बाजार में काम करने से भी मना कर दिया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने कंपनी के पैसे का गलत इस्तेमाल किया, लोन की रकम को निजी कामों में लगाया और कंपनी की व्यवस्था को नजरअंदाज किया।

ब्लूस्मार्ट को नुकसान तब हुआ जब SEBI ने जेंसोल पर आरोप लगाया कि उसने ₹900 करोड़ के लोन का सही इस्तेमाल नहीं किया। लोन EV गाड़ियों को खरीदने के लिए लिया गया था, लेकिन उसमें से लगभग ₹262 करोड़ की रकम गुरुग्राम में एक महंगी प्रॉपर्टी खरीदने में लगा दी गई।

सरकारी जांच शुरू

अब कॉरपोरेट मामलों मंत्रालय (MCA) ने भी जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कंपनी के दस्तावेज और पैसों का लेखाजोखा सही था या नहीं। इससे पहले कंपनी के कई स्वतंत्र डायरेक्टरों ने इस्तीफा दे दिया था, और SEBI ने कहा था कि कंपनी में अंदरूनी नियंत्रण बिल्कुल नाकाम हो चुका है।

इस पूरे विवाद की वजह से जेंसोल के शेयर 80% से ज्यादा गिर चुके हैं, और सिर्फ दो हफ्तों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।

ब्लूस्मार्ट की सेवाएं बंद, ग्राहक और ड्राइवर परेशान

अब ब्लूस्मार्ट की टैक्सी सेवाएं बंद कर दी गई हैं। ड्राइवरों के पास काम नहीं है और ग्राहक ऑनलाइन अपनी बची हुई रकम वापिस मांग रहे हैं। ब्लूस्मार्ट ने कहा है कि अगर 90 दिनों के अंदर सेवाएं शुरू नहीं हुईं, तो सभी को उनके वॉलेट का पैसा वापस कर दिया जाएगा। लेकिन कंपनी की साख को जो नुकसान हुआ है, उसे ठीक करना मुश्किल है।

एक समय था जब ब्लूस्मार्ट को भारत में स्वच्छ यात्रा (क्लीन मोबिलिटी) का उदाहरण माना जाता था। इसमें एमएस धोनी, दीपिका पादुकोण, और अन्य बड़े निवेशकों ने पैसा लगाया था। इसकी 8,700 से ज्यादा टैक्सियों की फ्लीट थी, जिनमें से 5,500 गाड़ियाँ जेंसोल ने दी थीं। अब जेंसोल का शेयर भाव 21 अप्रैल को ₹111.65 तक गिर गया, और यह लगातार आठ दिन से नीचे जा रहा है।

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