
GST कटौती के चले नवरात्रि में ऑटोसेल्स में 34% का रिकॉर्ड उछाल, पर अगस्त के मुकाबले सितंबर में सेल्स में गिरावट
अगस्त के मुकाबले सितंबर में सेल्स में गिरावट रही लेकिन 21 सितंबर महीने तक सेल्स की रफ्तार धीमी पड़ चुकी थी. लेकिन जैसे ही GST 2.0 लागू हुआ, मांग अचानक बढ़ गई.
जीएसटी रेट्स में कटौती के चलते मौजूदा वर्ष के नवरात्रि के दौरा न टूव्हीलर से लेकर पैसेंजर व्हीकल्स के सेल्स में जोरदार उछाल देखने को मिला है. नवरात्रि के दौरान सभी प्रकार के व्हीकल्स चाहे वो टूव्हीलर हो या पेसेंजर या कमर्शियल व्हीकल्स या ट्रैक्टर, इनके सेल्स में साल 2024 के नवरात्रि के मुकाबले 2025 के नवरात्रि के दौरान 34.01 फीसदी ज्यादा सेल्स दर्ज किया गया है.
नवरात्रि पर रिकॉर्ड ऑटो सेल्स
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल्स एसोसिएशन ने सितंबर महीने के लिए जो गाड़ियों के सेल्स का डेटा जारी किया है उसके मुताबिक इस वर्ष नवरात्रि पर कुल 8,35,364 टूव्हीलर्स का सेल्स देखने को मिला है जो 2024 के नवरात्रि के दौरान 6,14,460 रहा था यानी इस नवरात्रि 35.95 फीसदी ज्यादा सेल्स देखने को मिला है. पैसेंजर व्हीकल्स के सेल्स में 34.87 फीसदी का उछाल इस नवरात्रि के दौरान रहा है. मौजूदा वर्ष में 2,17,744 गाड़ियों की रिटेल सेल्स देखने को मिली है जो 2024 के नवरात्रि के दौरान 1,61,443 पैसेंजर व्हीकल्स का सेल्स देखने को मिला था. इस नवरात्रि पर 21,604 ट्रैक्टर की बिक्री हुई है जो कि 2024 के नवरात्रि पर 18,203 ट्रैक्टर की बिक्री देखने को मिली थी. यानी इस वर्ष 18.68 फीसदी ज्यादा सेल्स दर्ज किया गया है.
जीएसटी कटौती के बाद बचत उत्सव का असर
नवरात्रि के दौरान रिकॉर्डतोड़ सेल्स के आंकड़ों पर FADA के उपाध्यक्ष साई गिरिधर, “नवरात्रि 2025 भारत के ऑटोमोबाइल कारोबार के लिए बेहद खास रही है. GST 2.0 सुधार की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए बचत उत्सव की वजह से संभव हुआ है. देशभर के शोरूम में रिकॉर्ड भीड़ और बिक्री हुई है. कुल बिक्री पिछले साल के मुकाबले 34% बढ़ी है जो अब तक के किसी भी त्योहारी सीजन में सबसे ज्यादा है. उन्होंने कहा, सस्ते दाम, त्योहारी ऑफर और पहले से रुकी मांग का पूरा करने के चलते दो-पहिया वाहन की बिक्री 36%, पैसेंजर गाड़ियाँ (PV) में 34.8% की बढ़त हुई, क्योंकि नए ग्राहक शोरूम पहुँचे और पुराने ग्राहकों ने कम GST और ऑफर्स का फायदा उठाकर नई या महंगी गाड़ियाँ खरीदी.
धनतेरस, दीपावली तक जोरदार सेल्स का अनुमान
कमर्शियल वाहन (CV) की बिक्री 14.8% बढ़ी, जिससे कारोबारियों में भरोसा लौटा और फाइनेंसिंग व इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में फिर से रौनक आई है. शहरी इलाकों में बढ़ती सवारी की मांग की वजह से थ्री-व्हीलर (3W) की बिक्री 24.5% बढ़ी है. केवल कंस्ट्रक्शन उपकरणों की सेल्स 18% घटी है, क्योंकि भारी बारिश से निर्माण कार्य धीमे पड़ गए. साई गिरिधर ने कहा, यह नवरात्रि सिर्फ खरीदारों के लिए नहीं, बल्कि हर डीलर, सेल्सपर्सन और ऑटो सेक्टर से जुड़े हर व्यक्ति के लिए जश्न के समान थी. इससे साबित होता है कि सही समय पर सही नीति कितना बड़ा फर्क ला सकती है. उन्होंने कहा, यह त्योहारी जोश और विश्वास धनतेरस, दीपावली और आने वाले महीनों में भी जारी रहेगा. ”
अगस्त के मुकाबले सितंबर में कम हुई ऑटो सेल्स
हालांकि FADA के ही डेटा के मुताबिक एक और बातें निकल सामने आई है. अगस्त महीने के मुकाबले सितंबर महीने में व्हीकल्स सेल्स में गिरावट आई है. टूव्हीलर सेल्स अगस्त के मुकाबले सितंबर में 6.26 फीसदी घटी है तो पैसेंजर व्हीकल्स के सेल्स में 7.39 फीसदी, ट्रैक्टर के सेल्स में करीब 24 फीसदी, थ्री-व्हीलर्स के सेल्स में 4.11 फीसदी और कमर्शियल व्हीकल्स के सेल्स में 4.59 फीसदी की कमी देखने को मिली है.
कस्टमर्स कर रहे जीएसटी कटौती का इंतजार
अगस्त के मुकाबले सितंबर में सेल्स में आई गिरावट पर साई गिरिधर ने कहा, 21 सितंबर महीने तक सेल्स की रफ्तार धीमी पड़ चुकी थी. लेकिन जैसे ही GST 2.0 लागू हुआ, मांग अचानक बढ़ गई. कम टैक्स और त्योहारी माहौल की वजह से ग्राहकों ने दोबारा गाड़ियाँ बुक करनी शुरू हो गई. हालांकि महीने के आखिरी हफ्ते में बिलिंग के कम दिन होने के कारण बिक्री पूरी तरह नहीं बढ़ पाई. उन्होंने बताया कि, डीलरों ने इस समय का उपयोग स्टॉक भरने में किया है. अक्टूबर महीने के त्योहारी सीजन के लिए तैयारी के चलते पैसेंजर गाड़ियों का स्टॉक लगभग 60 दिनों का हो गया है. सितंबर के आखिरी दिनों में जो रफ्तार बनी, वह दीपावली तक जारी रहेगी और 42 दिनों के त्योहारी सीजन शानदार रहेगा.