गौतम अडानी ने बॉम्बार्डियर के साथ विमान सेवाओं, रक्षा क्षेत्र में साझेदारी पर की चर्चा
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गौतम अडानी के एक्स पोस्ट से ली गयी फोटो.

गौतम अडानी ने बॉम्बार्डियर के साथ विमान सेवाओं, रक्षा क्षेत्र में साझेदारी पर की चर्चा

अडानी का बंदरगाह से लेकर ऊर्जा तक का कारोबार करने वाला समूह देश में सात हवाई अड्डों का संचालन करता है, जबकि बॉम्बार्डियर एक कनाडाई बिजनेस जेट निर्माता है.


Adani Bombardier : देश के प्रमुख उद्योगपति गौतम अडाणी अब विमान सेवाओं और रक्षा क्षेत्र में भी उतरने जा रहे हैं. इस बात की जानकारी खुद उन्होंने अपने 'X' हैंडल से दी, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने दोनों ही क्षेत्रों में साझेदारी के लिए बॉम्बार्डियर के सीएओ एरिक मार्टेल से मुलाकात की. अडाणी के इस पोस्ट के बाद से ये लगभग तय है कि अडाणी समूह जल्द ही इन दोनों क्षेत्रों में भी अपनी पैंठ जमाने की तैयारी में है.


देश के सात हवाई अड्डों का संचाल्ह अडाणी के पास
अडाणी समूह की बात करें तो फिलहाल उसके पास देश के 7 हवाई अड्डों का संचालन है. इसके अलावा अडाणी समूह देश विदेश में बंदरगाह से लेकर पॉवर ( उर्जा ) तक का कारोबार संभालता है. वहीँ बॉम्बार्डियर की बात करें तो ये एक कनाडाई बिजनेस जेट निर्माता कंपनी है. इस मुलाकात के पीछे का मकसद एमआरओ ( मेंटेनेंस रिपेयर और ऑपरेशन ) पर फोकस करना है, जिससे एयर क्राफ्ट आदि के ऑपरेशन और सञ्चालन में कमी आ सके.

एक्स पर दी जानकारी
अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा, "भारत के विमानन विकास को बढ़ावा देना! विमान सेवाओं, एमआरओ और रक्षा में परिवर्तनकारी साझेदारी पर @बॉम्बार्डियर के सीईओ एरिक मार्टेल के साथ शानदार चर्चा हुई. साथ मिलकर, हम एक मजबूत, आत्मनिर्भर भारत के लिए तालमेल का उपयोग कर रहे हैं."

मंगलवार को हुई मुलाकात
अडानी और बॉम्बार्डियर के सीईओ एरिक मार्टेल की मुलाकात की बात करें तो ये मंगलवार को हुई. हालाँकि इस मुलाकात में क्या हुआ इस बात को लेकर अभी कोई जानकारी नहीं दी गयी है.

विदेशी निर्भरता को कम करने के लिए जरुरी
बताया गया है कि भारत विदेशी MRO सेवाओं पर निर्भरता ( ख़ास तौर से एयरलाइन्स क्षेत्र में ) को कम करने के प्रयास में जुटा है, जिसकी वजह से अडानी समूह ने बॉम्बार्डियर के साथ चर्चा की है. इसी विषय को ध्यान में रखते हुए अडानी समूह ने देश में ही मज़बूत घरेलू MRO ईकोसिस्टम विकसित करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है.
पिछले दिनों केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू ने ये कहा था कि घरेलू MRO बाज़ार अगले सात साल में दोगुना होने की उम्मीद है, 4 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है. इसी के चलते स्थानीय सेवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विमानों के पुर्ज़ो और अन्य हिस्सों पर 5 फ़ीसदी GST लागू किया गया है.


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