
एक दिन में बदला खेल: चांदी ने लगाई 25 हजार की छलांग, सोने में भी भारी उछाल
Gold Silver Price Today: डॉलर की कमजोरी, अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों में सुधार और वैश्विक बाजारों में तेजी के कारण भी सोने और चांदी को सपोर्ट मिल रहा है।
Gold Silver Price Today: सोमवार की भारी गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया था, लेकिन महज़ एक दिन में ही सोना-चांदी ने फिर अपना तेवर दिखा दिया। मुनाफावसूली के बाद लौटी जबरदस्त खरीदारी, चीन के सख्त नियम और ग्लोबल संकेतों ने कीमती धातुओं को दोबारा रफ्तार दे दी है। सवाल अब यह है कि क्या यह सिर्फ अस्थायी उछाल है या फिर सोना-चांदी नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ रहे हैं?
MCX पर चांदी में जबरदस्त उछाल
मंगलवार को MCX पर चांदी की कीमत में करीब 25,000 रुपये की तेजी आई और यह बढ़कर 2,49,429 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। इससे पहले सोमवार को चांदी के भाव में करीब 32,000 रुपये की बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। सोने की कीमतों में भी सोमवार को 4,000 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई थी, लेकिन मंगलवार को इसमें 18,000 रुपये से अधिक की तेजी देखी गई। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि गिरावट के बाद सोने में मजबूत खरीदारी आई है।
रिकॉर्ड हाई से कितना सस्ता है सोना-चांदी?
MCX पर चांदी का ऑल टाइम हाई स्तर 2,54,174 रुपये प्रति किलो रहा है। फिलहाल चांदी अपने रिकॉर्ड स्तर से करीब 13,000 रुपये नीचे कारोबार कर रही है। वहीं, सोने का रिकॉर्ड हाई 1,40,655 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि अभी इसका भाव 1,36,764 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास चल रहा है, यानी सोना अपने उच्चतम स्तर से लगभग 3,000 रुपये सस्ता है।
क्यों नहीं थम रही चांदी की तेजी?
चांदी की कीमतों में तेजी की एक बड़ी वजह चीन का नया एक्सपोर्ट नियम है। चीन 1 जनवरी से सिल्वर एक्सपोर्ट लाइसेंस से जुड़े सख्त नियम लागू करने जा रहा है, जिसके तहत अब सिर्फ बड़े और सरकारी मान्यता प्राप्त एक्सपोर्टर ही चांदी बाहर भेज पाएंगे। इससे वैश्विक सप्लाई पर असर पड़ेगा और कीमतों में तेजी बनी रह सकती है। जानकार बताते हैं कि दुनिया की 60 से 70 फीसदी चांदी की सप्लाई का सीधा या परोक्ष संबंध चीन से है, इसलिए वहां के फैसलों का असर पूरी दुनिया में दिखता है।
मांग तेज, सप्लाई सीमित
ETF से लेकर कमोडिटी बाजार तक चांदी की मांग तेजी से बढ़ रही है। डिलीवरी के लिए फिजिकल चांदी की उपलब्धता सीमित बताई जा रही है, जबकि खरीदारी लगातार बढ़ रही है। यही कारण है कि कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं।
डॉलर कमजोर, सोना-चांदी मजबूत
डॉलर की कमजोरी, अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों में सुधार और वैश्विक बाजारों में तेजी के कारण भी सोने और चांदी को सपोर्ट मिल रहा है। इसके अलावा सोलर एनर्जी, ग्रीन एनर्जी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में चांदी की मांग लगातार बढ़ रही है।
आगे क्या सस्ती होगी चांदी?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोना और चांदी फिलहाल रिकॉर्ड स्तरों के आसपास कारोबार कर रहे हैं। ग्लोबल बाजार में स्थिरता आने पर थोड़ी बहुत गिरावट संभव है, लेकिन यह केवल शॉर्ट टर्म हो सकती है। लॉन्ग टर्म में विशेषज्ञों को अब भी सोने और चांदी की कीमतों में और तेजी की उम्मीद है।

