
सोने की कीमतों में गिरावट के आसार, अगले 2 महीने में 15% तक सस्ता हो सकता है गोल्ड!
Gold Price Forecast: रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी सावधानी बरतना जरूरी है. हालांकि, लंबी अवधि के लिए सोने में निवेश फायदेमंद रह सकता है. लेकिन आने वाले महीनों में गिरावट का जोखिम बना रहेगा.
Gold Price 2025: सोने की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी हैं और अगले 2 महीनों में इसमें 12–15% की गिरावट आ सकती है. यह अनुमान क्वांट म्यूचुअल फंड ने अपनी नई रिपोर्ट में जताया है. हालांकि, फंड का यह भी कहना है कि मीडियम और लांग टर्म निवेश के लिहाज़ से सोना अभी भी एक मजबूत विकल्प बना हुआ है और निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में कीमती धातुओं को जगह देनी चाहिए.
सोने की मौजूदा कीमतें और टैक्स
मंगलवार को सोने की खुदरा कीमत ₹96,960 प्रति 10 ग्राम के आसपास बनी रही। 3% जीएसटी जोड़ने के बाद यह कीमत ₹99,868 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई. अमेरिका स्थित मॉर्निंगस्टार की एक विश्लेषक पहले ही अगले कुछ वर्षों में 38% तक गिरावट की भविष्यवाणी कर चुके हैं. अगर यह पूर्वानुमान सही साबित हुआ तो यह निवेशकों के लिए बड़ी चिंता बन सकती है.
भारत में सोने की बिक्री पर असर
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अगर कीमतें स्थिर रहीं तो भारत जैसे बड़े उपभोक्ता देश में सोने की मांग दोबारा बढ़ सकती है. वहीं, इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, बीते पखवाड़े में सोने की ज्वेलरी की बिक्री में 30% की गिरावट आई है और औसतन यह बिक्री 1,600 किलोग्राम पर आ गई है. मई के पहले पखवाड़े में अक्षय तृतीया के बाद कुछ मांग बनी थी, जब कीमतें घटकर ₹92,365 प्रति 10 ग्राम पर आ गई थीं. लेकिन इसके बाद फिर से कीमतों में तेजी आई, जिससे ग्राहकों की रुचि कम हो गई.
मूल्य वृद्धि का कारण
सोने में हालिया तेजी की वजह वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, महंगाई की चिंताएं, भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिका व अन्य देशों के बीच व्यापार विवाद रही हैं. इन परिस्थितियों में निवेशकों ने सोने को एक सुरक्षित संपत्ति माना. लेकिन अब परिस्थितियों में बदलाव से सोने की कीमतों पर दबाव पड़ सकता है.