हिंडनबर्ग के ट्वीट से भारतीय उद्योग जगत और शेयर बाज़ार में हलचल
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हिंडनबर्ग के ट्वीट से भारतीय उद्योग जगत और शेयर बाज़ार में हलचल

हिंडनबर्ग ने अपने 'X' हैंडल पर लिखा कि जल्द ही भारत में कुछ बड़ा होने वाला है. इस ट्वीट ने सुबह से ही देशभर में हलचल मचा दी, हर कोई इस बात का कयास लगाने में जुटा है कि आखिर अब किसकी बारी है


Hindenburg: हिंडन बर्ग को लेकर भारत में एक बार फिर से चिंता शुरू हो गयी है. वजह है हिंडनबर्ग द्वारा 'X' पर की गयी एक पोस्ट, जिसमें कहा गया है कि भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है. बस इस एक लाइन के पोस्ट ने देश के तमाम उद्योग जगत खासतौर से शेयर मार्किट में बेचैनी पैदा कर दी है. हर कोई इस बात को लेकर चिंतित है कि इस बार किसकी बारी है. ऐसा इसलिए भी है कि वर्ष 2023 में जनवरी में हिंडन बर्ग की एक रिपोर्ट ने अडाणी समूह को हिला कर रख दिया था, आलम ये है कि अडाणी समूह आज भी इस चोट से पूरी तरह उभर नहीं पाया है.



कई कंपनियों को अर्श से फर्श पर ला चुकी है हिंडनबर्ग
एंडरसन इजरायल में एंबुलेंस ड्राइवर का काम भी कर चुके हैं. उनका कहना है कि उन्हें भारी दबाव में काम करने में मजा आता है। वो हैरी मार्कपोलोस को अपना रोल मॉडल मानते हैं. मार्कपोलोस एक एनालिस्ट हैं, जिन्होंने बर्नी मेडॉफ की फ्रॉड स्कीम का पर्दाफाश किया था. हिंडनबर्ग का दावा है कि 2017 से अब तक कम से कम 36 कंपनियों में गड़बड़ी का भंडाफोड़ कर चुकी है.

2017 में हुई थी हिंडनबर्ग की संस्थापना
हिंडनबर्ग की स्थापना 2017 में नाथन एंडरसन ने की थी. ये एक फॉरेंसिक फाइनेंसियल रिसर्च फर्म है, जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव का आंकलन करती है. इस कंपनी के नाम के पीछे एक ऐतिहासिक घटना भी जुड़ी है. 1937 में हुए हाई प्रोफाइल हिंडनबर्ग एयरशिप हादसे का शिकार हुआ था, ये हादसा अमेरिका में न्यू जर्सी के मैनचेस्टर टाउनशिप में हुई थी. कंपनी ये दावा करती है कि उसकी नजर मैन-मेड डिजास्टर्स पर रहती है. इनमें अकाउंटिंग में गड़बड़ी, मिसमैनेजमेंट और छिपाकर किए गए लेनदेन शामिल होते हैं. कंपनी प्रॉफिट कमाने के लिए टारगेट कंपनी के खिलाफ बेट लगाती है. इस नाम के पीछे का एक तर्क ये भी है कि ये कंपनी अपनी रिसर्च से जिस भी कंपनी की गड़बड़ी का पता लगाती है, वो डूब जाती है.


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