
होमलोन की EMI होगी सस्ती, RBI 2025 में 0.50% से ज्यादा कर सकता है ब्याज दरों में कटौती, जानें वजह
2025 में अब तक आरबीआई ने 50 बेसिस प्वाइंट ब्याज दरों में कटौती की है. अब ये माना जा रहा है कि वैश्विक आर्थिक हालात और महंगाई में कमी के चलते 50 फीसदी ब्याज दरों में और कटौती हो सकती है.
Interest Rate Cut: आने वाले दिनों में आपकी ईएमआई और भी सस्ती हो सकती है. बैंकिंग सेक्टर के रेगुलेटर भारतीय रिजर्व बैंक के लिए अपने पॉलिसी रेट्स में कटौती करने के लिए जमीन तैयार हो चुकी है. सांख्यिकी मंत्रालय के मुताबिक मार्च 2025 में खुदरा महंगाई दर घटकर 3.34 फीसदी पर आ चुकी है जो अगस्त 2019 के बाद 67 महीनों के बाद सबसे कम है. आरबीआई ने महंगाई दर के लिए 4 फीसदी टोलरेंस बैंड फिक्स किया हुआ है. लेकिन लगातार दो महीनों के खुदरा महंगाई दर 4 फीसदी के नीचे रही है. 9 अप्रैल 2025 को आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती थी. और अब ये माना जा रहा है कि आरबीआई 0.50 फीसदी या 50 बेसिस प्वाइंट तक कर्ज सस्ता हो सकता है.
RBI सस्ता करेगा कर्ज
सवाल उठता है कि क्या आरबीआई कर्ज सस्ता करने के लिए जून में मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की होने वाली बैठक का इंतजार करेगा या उससे पहले भी ये फैसला ले सकता है? पूर्व बैंकर और वॉयस ऑफ बैंकिंग के फाउंडर अशवनी राणा ने कहा कि, आरबीआई जून तक इंतजार करेगा. क्योंकि इससे पहले कर्ज सस्ता करने पर बैंकों में आने वाले डिपॉजिट्स पर असर पड़ेगा. बैंकों ने पहले से ही डिपॉजिट्स रेट्स घटाना शुरू कर दिया है. अचानक कर्ज सस्ता करने पर बैंकों के जमा पर ब्याज दर घटाना होगा जिससे बैंकों में आने वाली नगदी पर असर डाल सकता है. हालांकि उन्होंने साफ किया है कि जून में ब्याज दरों में कटौती जरूर होगी और लोगों की ईएमआई सस्ती होगी.
50 बेसिस प्वाइंट सस्ता होगा कर्ज
एसबीआई रिसर्च ने भी अपने रिपोर्ट में कहा है कि, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) जून और अगस्त में 50 बेसिस पॉइंट्स तक ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. रिपोर्ट में यह भी सुझाव दिया गया है कि बढ़ती अनिश्चितता के चलते मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों के बीच कुल 100 बेसिस पॉइंट्स यानी एक फीसदी तक ब्याज दरों में कमी आ सकती है. एसबीआई रिसर्च ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट 6.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. लेकिन इसमें गिरावट की आशंका भी बनी हुई है. रिपोर्ट में कहा गया है, “इस महीने महंगाई दर कई वर्षों के निचले स्तर पर है और आगे भी महंगाई की कमी बनी रहेगी. इसलिए हम जून और अगस्त में 50 बेसिस पॉइंट्स की दर कटौती की उम्मीद कर रहे हैं. हमें लगता है कि एक अनिश्चित माहौल को देखते हुए 100 बेसिस पॉइंट्स से अधिक की ब्याज दरों में कमी आ सकती है.
50 बेसिस प्वाइंट से ज्यादा कटौती भी संभव
केयरएज रेटिंग्स की मुख्य अर्थशास्त्री, रजनी सिन्हा ने कहा, हम वित्त वर्ष 2026 में पॉलिसी रेट्स यानी रेपो रेट में और 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की उम्मीद करते हैं. यदि वैश्विक व्यापार की अनिश्चितताएं विकास की संभावनाओं को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं, तो दरों में और भी अधिक कटौती की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा, डॉलर सूचकांक में हालिया नरमी और फेड द्वारा और दर कटौती की संभावनाएं RBI को नीति दर में और कटौती करने के लिए बेहतर स्थिति में लाती हैं.”
2025 में 0.50 फीसदी घट चुका है ब्याज दर
भारतीय रिज़र्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी ने (MPC) ने 9 अप्रैल को रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की घोषणा की थी जिससे यह 6.25 फीसदी से घटकर 6 फीसदी हो गया है. हाल के महीनों में लगातार दूसरी कटौती थी. इससे पहले 7 फरवरी को आरबीआई ने रेपो रेट को 6.5 फीसदी से घटाकर 6.25 फीसदी किया था.