
व्यापार वार्ता में नया प्रस्ताव, इथेनॉल उत्पादन के लिए अमेरिका से मक्का खरीदेगा भारत?
US Soybean and Corn: दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं. इस समझौते का पहला भाग सर्दियों तक पूरा करने का लक्ष्य था. अब तक इस समझौते पर पांच दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं.
India-US Trade: भारत ने अमेरिका से मक्का (corn) खरीदने की संभावना जताई है, ताकि उसे इथेनॉल (ethanol) उत्पादन में उपयोग किया जा सके. यह प्रस्ताव भारत द्वारा नए व्यापार समझौते के प्रस्तावों के हिस्से के रूप में सामने आया है. साथ ही, भारत ने रूस से तेल खरीदने पर लगाए गए 25% दंडात्मक शुल्क हटाने की मांग भी मजबूत कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस कदम का महत्व इसलिए बढ़ जाता है. क्योंकि अमेरिका भारत को सोयाबीन और मक्का खरीदने को भी प्रेरित कर रहा है. लेकिन भारत अब तक इससे पार नहीं आ सका है, खासकर जीएम (GM) किस्मों को लेकर खाद्य श्रृंखला में उनकी संभावित उपस्थिति को लेकर चिंताओं के कारण. सरकार ने साफ कर दिया है कि कृषि क्षेत्र में बाजार पहुंच (market access) को लेकर रेड लाइंस टिकाए रखे जाएंगे, ताकि भारत के किसानों की सुरक्षा हो सके और जीएम उत्पादों को खाद्य श्रृंखला में शामिल होने से रोका जा सके.
व्यापार वार्ता
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वार्ता ट्रैक पर है और भारत मौसम पूर्व निर्धारित गिरावट (fall deadline) को पूरा करने की कोशिश कर रहा है. लेकिन अगली बैठक की तारीख और स्थान अभी तय नहीं हुए हैं. यह काम हिस्सों में होगा. हम जिस मार्ग पर चले हैं, उस पर आगे बढ़ेंगे. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्षों ने समझौते की रूपरेखा पर विचार किया और बिजी संवाद जारी रखने का फैसला किया है, ताकि जल्दी से जल्दी व्यापार समझौता हो सके.
प्रमुख बैठकें
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का नेतृत्व करते हुए एक प्रतिनिधिमंडल 22-24 सितंबर को अमेरिका गया था. इस दौरान उन्होंने अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीयर और भारत में अमेरिका के राजदूत-नियुक्त सर्जियो गोर से मुलाकात की. यह बैठक 25% दंडात्मक शुल्क की घोषणा (27 अगस्त) के बाद पहली आमने-सामने की वार्ता थी. इन शुल्कों को बढ़ाकर कुल 50% किया गया था.
द्विपक्षीय व्यापार समझौता की स्थिति
दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत कर रहे हैं. इस समझौते का पहला भाग सर्दियों तक पूरा करने का लक्ष्य था. अब तक इस समझौते पर पांच दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं. छठी बैठक, जो 25-29 अगस्त के बीच होनी थी, को स्थगित कर दिया गया था. मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी कंपनियों और निवेशकों से भी व्यापार और निवेश बढ़ाने पर चर्चा की. वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि इन बैठकों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया पैदा की है — व्यापारियों ने भारत की विकास कहानी में भरोसा जताया और भारत में व्यापार गतिविधियां बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की.
व्यापार आंकड़े: निर्यात और आयात
अगस्त 2025 में भारत का अमेरिका को निर्यात लगभग 6.86 अरब डॉलर रहा. वहीं, अमेरिका से आयात लगभग 3.6 अरब डॉलर रहा.