भारत 2027 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर : आईएमएफ
गीता गोपीनाथ के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 24) में भारत की वृद्धि उम्मीद से कहीं बेहतर रही क्योंकि सभी क्षेत्रों में निजी उपभोग वृद्धि में सुधार हुआ
Indian Economy: भारत वर्ष 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था बन जाएगा. ये दावा किया है अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ ने. उनके इस दावे से देश की अर्थव्यवस्था को बढाने में जुटे सभी लोगों के हौसले बढ़े हैं. अभी की बात करें तो भारत वर्तमान में विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. गोपीनाथ के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 24) में भारत की वृद्धि उम्मीद से कहीं बेहतर रही, क्योंकि सभी क्षेत्रों, विशेषकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में निजी उपभोग वृद्धि में सुधार हुआ.
भारत में बढ़ती खपत
गोपीनाथ के अनुसार दोपहिया वाहनों की बिक्री से लेकर फास्ट-मूविंग उपभोक्ता वस्तुओं तक लगभग सभी क्षेत्रों में समग्र खपत बढ़ रही है. इस बढ़ती डिमांड और अर्थव्यवस्था के बीच भी लिंक है.
मीडिया रिपोर्टों की माने तो गोपीनाथ ने कहा है, "बेहतर मानसून के कारण फसल भी बेहतर होती है और कृषि आय भी बढ़ती है." हालाँकि उन्होंने भारत को चेतावनी भी दी है कि अगर अगले पांच-छह वर्षों में लाखों अतिरिक्त नौकरियां पैदा नहीं होती हैं तो देश की अर्थव्यवस्था के विकास की रफ़्तार में अवरोध पैदा हो सकता है.
आईएमएफ ने आर्थिक वृद्धि को बढ़ाया
आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत के आर्थिक विकास का अनुमान अप्रैल में लगाए गए 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के अनुसार, यदि पिछले तीन वर्षों की औसत वृद्धि देखी जाए तो औसत वृद्धि दर 8.3 प्रतिशत आती है. उन्होंने कहा कि चालू वर्ष में अर्थव्यवस्था में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है.
Next Story