जानिए पिछले दस वर्षों से क्या रहा है बजट वाले दिन शेयर बाज़ार का ट्रेंड
x

जानिए पिछले दस वर्षों से क्या रहा है बजट वाले दिन शेयर बाज़ार का ट्रेंड

मोदी 1 सरकार के साथ 2014 से शुरू हुए मोदी सरकार के कार्यकाल से 10 साल बाद मोदी 3 सरकार की बात करें तो पिछले 10 सालों में बजट वाले दिन शेयर बाज़ार कभी ख़ुशी कभी गम के ट्रेंड को अपने ग्राफ से दर्शाता रहा है


Budget 2024: आज देश का बजट पेश होने जा रहा है. ऐसे में शेयर बाज़ार की नजर भी इस पर है. बजट में होने वाली घोषणाओं का शेयर बाजार पर सीधा प्रभाव पड़ता है. चुनाव के चलते बजट अपनी तय तारीख 1 फरवरी को पेश न होने की वजह से आज पेश हो रहा है.

अगर हम बजट वाले दिन शेयर बाज़ार की बात करें तो पिछले 10 सालों में बजट के दिन शेयर बाज़ार 8 बार गिरावट पर बंद हुआ है, सिर्फ दो बार ही ऐसा हुआ है कि बजट पेश होने के बाद शेयर बाज़ार में तेजी देखी गयी.

सवाल ये है कि आज जब देश का पूरा बजट पेश होने जा रहा है तो शेयर बाज़ार में तेजी आएगी या फिर इस साल पेश हो चुके अंतरिम बजट वाले दिन की तरह गिरावट ही देखने को मिलेगी.

1 फरवरी 2024 को उतर चड़ाव भरा रहा था शेयर बाज़ार

इस साल 1 फरवरी को पूर्ण बजट की जगह अंतरिम बजट पेश किया गया था, क्योंकि लोकसभा चुनाव थे. इस दिन की बात करें तो बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 106.81 अंक या 0.15% की गिरावट के साथ 71,645.30 पर बंद हुआ था, वहीँ एनएसई निफ्टी 28.25 अंक या 0.13% की गिरावट के साथ 21,697.45 पर बंद हुआ था.

यही कारण है कि आज का दिन शेयर बाज़ार को उंचाई पर ले जायेगा या निचे की तरफ झुकाएगा, सबके मन में सवाल बना हुआ है.

2023 की बात करें तो उस साल बजट वाले दिन शेयर बाज़ार में मिला जुला असर देखा गया था. सेंसेक्स जहा 158 अंक या 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,708.08 पर बंद हुआ था तो वहीँ निफ्टी 46 अंक या .26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,616.30 पर बंद हुआ था.

मोदी सरकार के पिछले 10 सालों की बात करें तो शेयर बाज़ार को बजट वाले दिन कोई ख़ास लाभ देखने को नहीं मिला है. देखते हैं कि आखिर किस साल बजट वाले दिन शेयर बाज़ार का क्या हाल रहा है?

2014 - शेयर बाज़ार में गिरावट

मोदी सरकार ने 2014 में कार्यभार संभाला था. इसके बाद उनका पहला बजट पेश हुआ. उस दिन शेयर बाज़ार में गिरावट दर्ज की गयी थी.

2015 - तेजी दिखी

मोदी 1 सरकार के दूसरे बजट वाले दिन शेयर बाजार में बढ़त देखने को मिली थी. उस दिन 0.48 फीसदी और निफ़्टी 0.6 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ था.

2016 - गिरावट

इस साल बजट वाले दिन शेयर बाज़ार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ था. मानों बाज़ार ने सरकार के बजट को नकार दिया हो. उस दिन सेंसेक्स 0.66 प्रतिशत और निफ़्टी 0.6 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ था.

2017 - तेजी

इस साल बजट पेश होने के बाद शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली, मानों 2016 के बजट वाले दिन की जो गिरावट थी, उसकी भरपाई की गयी हो. 2017 में बजट वाले दिन सेंसेक्स जहां 1.76 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ तो वहीं निफ़्टी 1.8 प्रतिशत की ऊँचाई पर जाकर बंद हुआ था.

2018 - गिरावट

इस साल शेयर बाज़ार मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ था.

यहाँ बताना चाहेंगे कि उक्त बजट तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेश किये थे. 2018 का बजट उनका अंतिम बजट था.

2019 - गिरावट

इस साल आम चुनाव हुए और मोदी सरकार लगातार दूसरी बार सत्ता में आई. 2019 का बजट जुलाई में पेश किया गया था. इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बनाया गया. इस साल बजट का शेयर मार्किट के लिए निराशापूर्ण रहा और बजट वाले दिन बाज़ार गिरावट के साथ बंद हुआ.

2020 बड़ी गिरावट के साथ लुड़का शेयर बाज़ार

इस साल बजट वाले दिन शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ, मानों बाज़ार ने जोर से कहा हो कि बजट ने निराश किया. 2020 में बजट वाले दिन सेंसेक्स 2.43 प्रतिशत गिरा और निफ़्टी 2.5 प्रतिशत लुड़का था.

2021 बड़ी तेजी देखने को मिली

इस साल शेयर बाज़ार ने बजट वाले दिन 5 प्रतिषत की उछल के साथ बंद हुआ था. मानों शेयर बाज़ार ने पिछले साल की जो निराशा थी, उसे पूरे जोश के साथ पीछे की ओर धकेल दिया हो.

2022 फिर से दिखी तेजी

इस साल बजट वाले दिन लगातार दूसरी बार शेयर बाज़ार में तेजी देखने को मिली. ये साल कोविड से प्रभावित रहा था.

2023 मिलाजुला रहा असर

लगातार दो सालों की तेजी के बाद एक बार फिर से 2023 में बजट वाले दिन शेयर बाज़ार कुछ लुड़का तो कुछ उछला. ये साल मोदी 2 सरकार का अंतिम पूर्ण बजट था. बजट वाले दिन जहां सेंसेक्स बढ़त के साथ बंद हुआ तो वहीँ निफ्टी गिरावट के साथ.

2024 - अंतरिम बजट में गिरवाट

लोकसभा चुनाव से पहले 1 फरवरी, 2024 को अंतरिम बजट वाले दिन शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गयी.

Read More
Next Story