होली से पहले भारत के लिए खुशखबरी, घटी महंगाई; औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि
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होली से पहले भारत के लिए खुशखबरी, घटी महंगाई; औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि

Moody's Ratings: भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए हालिया आंकड़े राहत देने वाले हैं. महंगाई में कमी, औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि और जीडीपी ग्रोथ में सुधार से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिरता की ओर बढ़ रही है.


Indian economy: पिछले कुछ महीनों से शेयर बाजार में गिरावट का माहौल बना हुआ था. लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए आज कुछ सकारात्मक देखने को मिला. विभिन्न मोर्चों पर अच्छे संकेत सामने आए हैं, जो आम नागरिकों के लिए राहत का कारण बन सकते हैं. मूडीज रेटिंग्स का सकारात्मक नजरिया बैंकिंग सेक्टर और वित्तीय बाजारों के लिए भी शुभ संकेत है. फरवरी 2025 में खुदरा महंगाई दर 3.61% पर आ गई, जो पिछले सात महीनों का न्यूनतम स्तर है. यह गिरावट जनवरी 2025 के मुकाबले 0.65% अधिक है. इस गिरावट का प्रमुख कारण खाद्य उत्पादों की कीमतों में कमी आना है. खासकर सब्जियों, अंडों, मांस, मछली, दालों और दूध उत्पादों की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है. फरवरी में खाद्य महंगाई 2.22% घट गई, जो मई 2023 के बाद सबसे कम स्तर पर पहुंची है.

औद्योगिक उत्पादन में तेजी

भारत के औद्योगिक उत्पादन में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है. विशेष रूप से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन के कारण जनवरी 2025 में औद्योगिक उत्पादन 5% बढ़ा. यह वृद्धि पिछले साल जनवरी 2024 की तुलना में अधिक रही, जब उत्पादन केवल 4.2% बढ़ा था. मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में जनवरी 2025 में 5.5% की वृद्धि हुई. जबकि इसी अवधि में पिछले साल यह केवल 3.6% बढ़ा था. यह वृद्धि देश की औद्योगिक क्षमता और विकास की दिशा में सकारात्मक संकेत है.

मूडीज रेटिंग्स

मूडीज रेटिंग्स ने 2025-26 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.5% से अधिक रहने का अनुमान जताया है. इस वित्तीय वर्ष (2024-25) में भारत की अर्थव्यवस्था के 6.3% की दर से बढ़ने की संभावना है. मूडीज के मुताबिक, सरकारी पूंजीगत खर्च में वृद्धि, कर कटौती और ब्याज दरों में कमी से उपभोग बढ़ेगा, जो आगामी वित्तीय वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था को तेज गति देगा.

बैंकिंग क्षेत्र

मूडीज ने भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के लिए भी स्थिर परिदृश्य का अनुमान जताया है. उनके अनुसार, भारतीय बैंकों का परिचालन वातावरण अगले वित्तीय वर्ष में अनुकूल रहेगा, जिससे इस क्षेत्र में स्थिरता बनी रहेगी.

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