
म्यूचुअल फंड में SIP निवेश 4 महीने के निचले लेवल पर, 51 लाख एसआईपी अकाउंट्स हो गए बंद
एम्फी के डेटा के मुताबिक मार्च महीने में म्यूचुअल फंड्स में एसआईपी के जरिए 25926 करोड़ रुपये निवेश आया है जो फरवरी के मुकाबले कम है.
Mutual Fund: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का असर म्यूचुअल फंड में किए जाने वाले निवेश पर पड़ रहा है. मार्च 2025 में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में शुद्ध इंवेस्टमेंट घटकर 25,082.01 करोड़ रुपये रहा है जो फरवरी 2025 की तुलना में 14 फीसदी कम है. फरवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में 29,303.34 करोड़ रुपये का निवेश देखने को मिला था. बाजार में अनिश्चितता के माहौल के चलते मार्च महीने में सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान के जरिए म्यूचुअल फंड्स में किए जाने वाले निवेश पर भी पड़ा है तो करीब 51 लाख SIP अकाउंट्स बंद भी इस अवधि में हुए हैं.
बंद हो गए 51 लाख SIP अकाउंट्स
एम्फी (AMFI) ने मार्च 2025 के दौरान म्यूचुअल फंड्स में किए जाने वाले निवेश का डेटा जारी किया है. इस डेटा के मुताबिक एसआईपी के जरिए किया जाने वाला निवेश चार महीने के निचले लेवल पर आ गया है. मार्च 2025 में SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में कुल 25,926 करोड रुपये का निवेश आया है जो फरवरी 2025 में 25,999 करोड रुपये रहा था. मार्च महीने में निवेशकों ने बाजार में जारी उठापटक के चलते 51 लाख SIP अकाउंट्स बंद कर दिए. हालांकि मार्च 2025 में 40,18,564 नए SIP अकाउंट रजिस्टर किए गए हैं. SIP से आए रकम का एसेट अंडर मैनेजमेंट मार्च में 13,35,188.07 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है.
49 महीने से म्यूचुअल फंड में पॉजिटिव निवेश
फंड्स में निवेश बढ़कर 4,092 करोड़ रुपये हो गया, जो फरवरी में 3,722 करोड़ रुपये था. मल्टी कैप फंड्स में भी निवेश में बढ़ोतरी देखी गई है और ये 2,517 करोड़ से बढ़कर 2,752 करोड़ रुपये हो गई है. सेक्टोरल फंड्स में निवेश में भारी गिरावट आई है और ये 5,711 करोड़ से घटकर सिर्फ 170 करोड़ रह गई. म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का कुल एयूएम 65.74 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है जबकि फोलियो संख्या 23.45 करोड़ के करीब हो गई है. मार्च 2021 के बाद से ये लगातार 49वां महीना है जब इक्विटी फंड्स में पॉजिटिव निवेश देखने को मिला है.
निवेशकों ने म्यूचुअल फंड से निकाला निवेश
एम्फी डेटा पर मोतीलाल ओसवाल एएमसी (Motilal Oswal AMC) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर चीफ बिजनेस ऑफिसर अखिल चतुर्वेदी ने कहा, हालांकि इक्विटी में सब्सक्रिप्शन पिछले महीने की तुलना में 4% बढ़ा है, लेकिन इस महीने निवेशकों ने अधिक रिडेम्प्शन (निकासी) की है. म्यूचुअल फंड्स के रिडेम्प्शन में पिछले महीने की तुलना में 25% की बढ़ोतरी देखी गई है. उन्होंने कहा कि बाजार के भागीदारों को सबसे ज्यादा ये बात चौंका सकती है लॉर्ज कैप सेगमेंट में रिडेम्प्शन पिछले महीने के मुकाबले 54 फीसदी और सेक्टोरल व थीमैटिक फंड्स में बीते महीने से 55% ज्यादा हुआ है. जबकि इसके उलट स्मॉल कैप्स में रिडेम्प्शन में गिरावट आई है और ये पिछले महीने से 15 फीसदी कम है.
निवेशक कर रहे मुनाफावूली
अखिल चतुर्वेदी ने कहा, इसके लिए हमारा मानना है कि मुनाफावसूली इसकी प्रमुख वजह है. उन्होंने कहा कि अप्रैल में होने वाले आउटफ्लो निवेशकों की भावना को समझने के लिए एक बेहतर संकेतक साबित हो सकते हैं. हमारा मानना है कि अप्रैल महीना निवेशकों के लिए इक्विटी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का अच्छा अवसर है और रिडेम्प्शन में भी कमी आने की संभावना है.