
अमेरिका ने रद्द किए H-1B वीज़ा आवेदकों के इंटरव्यू, कई भारतीयों के सामने नई मुसीबत
प्रभावित लोगों में नए नियुक्तियों के साथ-साथ जॉइनिंग की तैयारी कर रहे प्रोफेशनल्स भी शामिल हैं, और वे H-1B धारक भी जो निजी कारणों से भारत आए थे और अब वापस अमेरिका लौटने के लिए वीज़ा स्टैम्पिंग की आवश्यकता है।
अमेरिका ने हैदराबाद और चेन्नई समेत दुनिया भर के अपने दूतावासों में दिसंबर 2025 के मध्य से लेकर अंत तक के लिए निर्धारित इंटरव्यू स्लॉट रद्द कर दिए हैं। ऐसा
H-1B वीज़ा आवेदकों के लिए अनिवार्य सोशल मीडिया जांच लागू होने की वजह से हुआ है।
नए सोशल मीडिया चेक लागू होने से कुछ ही दिन पहले H-1B वर्कर्स और उनके परिवार एक नई अनिश्चितता की स्थिति में फंस गए हैं। ट्रंप प्रशासन का यह नियम 15 दिसंबर से प्रभावी हो रहा है, और इसकी वजह से बड़ी संख्या में वीज़ा इंटरव्यू दोबारा शेड्यूल किए गए हैं, जिससे कई आवेदक अचानक फँस गए हैं।
दिसंबर 2025 के मध्य से लेकर अंत तक के लिए निर्धारित इंटरव्यू स्लॉट रद्द होने के बाद इन स्लॉट्स को अब मार्च 2026 तक आगे बढ़ा दिया गया है, जिससे यात्रा योजनाएँ बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
इस संबंध में भारत स्थित अमेरिकी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, “ध्यान दें वीज़ा आवेदक—यदि आपको ईमेल मिला है कि आपकी वीज़ा अपॉइंटमेंट को पुनर्निर्धारित किया गया है, तो मिशन इंडिया आपकी नई अपॉइंटमेंट तिथि पर सहायता करने की प्रतीक्षा कर रहा है। पहले से तय अपॉइंटमेंट की तिथि पर पहुंचने पर आपको दूतावास या कॉन्स्युलेट में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।”
जानकारी के मुताबिक, प्रभावित लोगों में नए नियुक्तियों के साथ-साथ जॉइनिंग की तैयारी कर रहे प्रोफेशनल्स भी शामिल हैं, और वे H-1B धारक भी जो निजी कारणों से भारत आए थे और अब वापस अमेरिका लौटने के लिए वीज़ा स्टैम्पिंग की आवश्यकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ लोग परिवार में शादी जैसे समारोहों में शामिल होने आए थे; जबकि कुछ बुज़ुर्ग माता-पिता को सर्दियों के लिए भारत छोड़ने आए थे।
अमेरिकी विदेश विभाग ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि 15 दिसंबर से हर H-1B आवेदक और उनके साथ यात्रा करने वाले सभी H-4 डिपेंडेंट्स के सोशल मीडिया अकाउंट्स की अनिवार्य जांच होगी। इस जांच के लिए आवेदकों को अपने ऑनलाइन प्रोफाइल “पब्लिक” रखना अनिवार्य है। इसी कारण दूतावासों ने रोज़ाना होने वाले इंटरव्यू की संख्या कम कर दी है, जिससे बड़े पैमाने पर अपॉइंटमेंट रद्द हो रहे हैं।
इस संकट को देखते हुए इमिग्रेशन लॉ फर्म्स ने विदेशी नागरिकों को सलाह दी है कि वे अत्यंत आवश्यक स्थिति को छोड़कर अंतरराष्ट्रीय यात्रा न करें।
कुछ छिटपुट मामलों में तो ऐसे भी उदाहरण सामने आए हैं, जहाँ अमेरिका में पहले से रह रहे लोगों के वीज़ा उनके सोशल मीडिया गतिविधि की वजह से रद्द किए गए हैं।
यह पहली बार नहीं है कि सोशल मीडिया से जुड़े नियमों की वजह से वीज़ा प्रसंस्करण धीमा हुआ है। 27 मई को विदेश विभाग ने सोशल मीडिया स्क्रीनिंग नियमों में संशोधन करते हुए छात्र और एक्सचेंज-वीज़िटर वीज़ा (F, M और J कैटेगरी) के नए इंटरव्यू शेड्यूल करना अस्थायी रूप से रोक दिया था। हालांकि जून में अपॉइंटमेंट फिर शुरू हुए, लेकिन और कड़े नियमों के साथ।
इस बीच, एक और बड़ी खबर यह है कि अमेरिका ने साल की शुरुआत से अब तक कुल 85,000 वीज़ा रद्द किए हैं। यह जानकारी अमेरिकी विदेश विभाग ने X पर दी। विभाग ने संकेत दिया है कि कड़े प्रवर्तन उपाय आगे भी जारी रहेंगे।
विदेश विभाग ने लिखा, “जनवरी से 85,000 वीज़ा रद्द। राष्ट्रपति ट्रंप और सेक्रेटरी रूबियो एक सख्त नीति पर चलते हैं… और निकट भविष्य में इसके रुकने के कोई संकेत नहीं हैं।”

