
सरकारी भरोसे के साथ हाईवे में निवेश, 10% तक रिटर्न की उम्मीद
NHAI की राजमार्ग इंफ्रा इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट योजना को सेबी की मंजूरी मिली। अब आम निवेशक नेशनल हाईवे में निवेश कर टोल टैक्स से कमाई कर सकेंगे।
NHAI Invit Scheme: अब आम लोग भी देश के नेशनल हाईवे में पैसा लगाकर मुनाफा कमा सकेंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की नई पहल ‘राजमार्ग इंफ्रा इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट’ (RIIT) को बाजार नियामक सेबी (SEBI) से मंजूरी मिल गई है। इस पहल का मकसद नेशनल हाईवे परियोजनाओं में रिटेल और घरेलू निवेशकों की सीधी भागीदारी सुनिश्चित करना है।
इस स्कीम के जरिए निवेशक उसी तरह सड़कों में निवेश कर सकेंगे, जैसे वे म्यूचुअल फंड में पैसा लगाते हैं। हाईवे पर चलने वाले वाहनों से वसूले जाने वाले टोल टैक्स से होने वाली कमाई का हिस्सा निवेशकों को मिलेगा। बाजार जानकारों के मुताबिक, यह स्कीम देश में पहले से मौजूद अन्य इनविट (InvIT) योजनाओं की तरह करीब 10 प्रतिशत तक रिटर्न दे सकती है।
आम निवेशकों को मिलेगा सरकारी भरोसे का फायदा
अब तक हाईवे और बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में निवेश का मौका केवल बड़ी कंपनियों या विदेशी निवेशकों तक सीमित था। लेकिन इस पब्लिक इनविट के जरिए आम निवेशकों के लिए भी दरवाजे खोले जा रहे हैं।
इस स्कीम के तहत निवेशकों को कई फायदे मिलेंगे
रेगुलर इनकम: इनविट से होने वाली आय का बड़ा हिस्सा डिविडेंड के रूप में निवेशकों को दिया जाएगा, जो बैंक एफडी से बेहतर विकल्प हो सकता है।
सरकारी सुरक्षा: यह NHAI का प्रोजेक्ट है, इसलिए इसमें सरकारी भरोसा और स्थिरता अधिक मानी जा रही है।
लंबी अवधि का निवेश: यह एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट टूल है, जो समय के साथ स्थिर रिटर्न दे सकता है।
कैसे काम करेगी यह स्कीम?
इस स्कीम को आप एक तरह की ‘रेंटल इनकम’ की तरह समझ सकते हैं। निवेशक इनविट की यूनिट्स खरीदेंगे, जो शेयर की तरह होती हैं। इन यूनिट्स से जुटाए गए पैसे से ट्रस्ट बनी-बनाई सड़कों को सरकार से लीज पर लेगा या उनका प्रबंधन करेगा।इन सड़कों से मिलने वाला टोल टैक्स ट्रस्ट की आय होगी। सभी खर्चों को घटाने के बाद बची हुई राशि निवेशकों यानी यूनिट होल्डर्स में बांट दी जाएगी।
10 बड़े बैंक करेंगे निवेश का प्रबंधन
निवेश की सुरक्षा और बेहतर प्रबंधन के लिए NHAI ने ‘राजमार्ग इंफ्रा इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स प्राइवेट लिमिटेड’ (RIIMPL) नाम की कंपनी बनाई है। इसमें देश के 10 बड़े और भरोसेमंद वित्तीय संस्थान भागीदार हैं, जिससे निवेशकों का पैसा विशेषज्ञों की निगरानी में रहेगा।
इनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), एक्सिस बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक, IDBI बैंक, इंडसइंड बैंक, यस बैंक, बजाज फिनसर्व वेंचर्स और NaBFID (नेशनल बैंक फॉर फाइनेंसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट) शामिल हैं। NHAI के मेंबर (फाइनेंस) एनआरवीवीएमके राजेंद्र कुमार इस इनवेस्टमेंट मैनेजर कंपनी के एमडी और सीईओ (अतिरिक्त प्रभार) होंगे।
निवेश कैसे कर सकेंगे?
यह एक लिस्टेड इनविट होगा, इसलिए निवेश करने के लिए निवेशकों के पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी होगा। इसके IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफर) के आने पर निवेशक अपने ब्रोकर ऐप जैसे जीरोधा, ग्रो, एंजल वन आदि के जरिए इसमें निवेश कर सकेंगे। लिस्टिंग के बाद इसकी यूनिट्स शेयर बाजार में खरीदी और बेची भी जा सकेंगी।
क्या होता है इनविट ?
इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) म्यूचुअल फंड की तरह ही एक कलेक्टिव इन्वेस्टमेंट स्कीम है। जैसे म्यूचुअल फंड में निवेशकों का पैसा शेयर बाजार में लगाया जाता है, वैसे ही इनविट में निवेशकों का पैसा सड़क, बिजली और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में लगाया जाता है।
इन परियोजनाओं से होने वाली आय जैसे टोल कलेक्शन का एक बड़ा हिस्सा निवेशकों को डिविडेंड के रूप में दिया जाता है। इस तरह इनविट उन लोगों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन सकता है, जो सुरक्षित और नियमित आय की तलाश में हैं।
(यह सिर्फ खबर है, निवेश से पहले जानकारों की राय जरूर लें।)

