हिंडनबर्ग विवाद के बीच PAC ने सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को किया तलब, इस दिन समिति के सामने होंगी पेश
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हिंडनबर्ग विवाद के बीच PAC ने सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को किया तलब, इस दिन समिति के सामने होंगी पेश

संसद की लोक लेखा समिति ने सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को तलब किया है. समिति भारत के शीर्ष विनियामक निकाय के कामकाज की समीक्षा करने जा रही है.


PAC summons SEBI chief Madhabi Puri Buch: हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. बुच पर अडानी समूह की वित्तीय गड़बड़ियों से जुड़ी संस्थाओं में हिस्सेदारी रखने का आरोप लगाया गया है. हालांकि, अडानी ग्रुप और बुच कपल ने इस आरोपों को सिरे से नकार दिया है. इसके बावजूद कांग्रेस लगातार उन पर हमलावर है. ऐसे में इन आरोपों की जांच संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) से कराने की मांग उठ रही थी. इसी बीच समिति भारत के शीर्ष विनियामक निकाय सेबी के कामकाज की समीक्षा करने जा रही है. पीएसी ने 24 अक्टूबर को सेबी को तलब किया है. इसके साथ ही ट्राई (भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण) को भी बुलाया गया है.

समिति ने सेबी और ट्राई के अधिकारियों को तलब किया गया है. बैठक में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग और संचार मंत्रालय के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, समिति के सदस्यों ने संकेत दिया कि सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच और ट्राई के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी की जगह उनके वरिष्ठ अधिकारी बैठक में हिस्सा ले सकते हैं. हालांकि, अनौपचारिक संसदीय परंपरा के अनुसार संस्था के प्रमुखों को व्यक्तिगत रूप से ऐसी ब्रीफिंग में भाग लेना चाहिए.

बता दें कि सेबी प्रमुख बुच को लेकर चल रहे विवाद के बीच यह बैठक महत्वपूर्ण हो गई है. अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने उनके और उनके पति धवल बुच के खिलाफ अडानी समूह के साथ उनके कथित संबंधों के बारे में गंभीर आरोप लगाए हैं. हालांकि, दंपति ने इन दावों का खंडन किया है.

इन आरोपों के बाद अगस्त में कांग्रेस पार्टी ने सेबी प्रमुख बुच के इस्तीफे की मांग करते हुए देश भर में विरोध प्रदर्शन किया था. अडानी समूह और बुच के इनकार के बावजूद नियामक निकाय की पीएसी की आगामी समीक्षा स्थिति की और अधिक जांच करती है. पीएसी बैठक के आधिकारिक एजेंडे में संसद के अधिनियम द्वारा स्थापित नियामक निकायों की प्रदर्शन समीक्षा शामिल है, जिसमें सेबी और ट्राई दोनों से मौखिक बयान लिए जाने हैं.

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