
भारत-अमेरिका के बीच जल्द होगा ट्रेड डील! पीयूष गोयल ने की US के वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक से मुलाकात
पीयूष गोयल और भारत की ओर से अमेरिका के साथ ट्रेड डील के लिए नियुक्त मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल और दूसरे अधिकारियों के साथ अमेरिका में मौजूद हैं और लगातार अमेरिका के अधिकारियों के साथ बातचीच कर रहे हैं.
India-US Trade Deal: भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय ट्रेड डील जल्द होने की संभावना बढ़ गई है. अमेरिका दौरे पर गए वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) और अमेरिका के वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक (Howard Lutnick) के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है. इस बैठक में भारत-अमेरिका व्यापार समझौते (BTA) की पहली किस्त को जल्द लागू करने पर बातचीत हुई है.
भारत अमेरिका के बीच ट्रेड डील संभव
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हावर्ड लुटनिक के साथ मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की पहली किस्त को जल्द से लागू करने पर हावर्ड लुटनिक के साथ अच्छी बातचीत हुई है." आपको बता दें पीयूष गोयल और भारत की ओर से अमेरिका के साथ ट्रेड डील के लिए नियुक्त मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल और दूसरे अधिकारियों के साथ अमेरिका में मौजूद हैं और लगातार अमेरिका के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं.
पीएम मोदी के दौरे पर बनी थी ट्रेड डील करने पर सहमति
इस साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर गए थे. इस दौरे पर दोनों ही देशों के बीच द्विपक्षीय ट्रेड समझौते को लेकर सहमति बनी थी जिसमें 2030 तक दोनों देशों के बीच ट्रेड को मौजूदा 200 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर करने की योजना है और सितंबर 2025 तक भारत-अमेरिका के बीच इसे लेकर समझौता हो जाने की उम्मीद है. लेकिन भारत चाहता है कि इस समझौते का पहला चरण रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों तक लगे रोक के खत्म होने से पहले पूरा कर लिया जाए. 15 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत ने अमेरिका को ये प्रस्ताव दिया है जिसमें वह किसी भी तरह का टैरिफ नहीं लगाएगा. हालांकि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि अमेरिका के साथ बातचीत जारी है और अभी कोई आखिरी फैसला नहीं हुआ है.
जुलाई से पहले समझौता चाहता है भारत
दरअसल 2 अप्रैल 2025 को राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका में दूसरे देशों से आने वाले इंपोर्ट पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था. ट्रंप के टैरिफ नीति की दुनियाभर में आलोचना हुई. अमेरिका में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ. 9 अप्रैल को ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों के लिए रोक लगाने का फैसला लिया जिससे दुनियाभर में टैरिफ वार को टाला जा सका. भारत चाहता है कि इन 90 दिनों में दोनों देशों के बीच टैरिफ और द्विपक्षीय ट्रेड समझौता पूरा कर लिया जाए.