
मोदी का 400 पार का नारा यहां कर गया काम!, PSU स्टॉक्स में शानदार बढ़त
4 जून को नतीजे वाले दिन शेयर मार्केट में निराशा का भाव था. खासतौर से पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स के स्टॉक को लेकर निवेशक चिंतित थे. लेकिन अब तस्वीर बदली हुई थी.
PSU Stocks News: एनडीए और बीजेपी का आंकड़ा भले ही 400 के पार ना हो.लेकिन पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स के स्टॉक्स रॉकेट की तरह आगे बढ़ रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि चार सौ पार का नारा उनके लिए संजीवनी का काम कर रहा है. चार जून को जब नतीजे सामने आए ऐसे निवेशक को पीएसयू स्टॉक्स के धाराशायी होने की आशंका जता रहे थे अब उनका नजरिया बदल चुका है. नतीजे वाले दिन पीएसयू के स्टॉक में 16 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी. लेकिन अब तस्वीर बदल गई है.ऐसा लग रहा है कि शेयर मार्केट में बुल(ऐसे निवेशक जो सेंसक्स के बढ़ने की उम्मीद रखते है) पीएम मोदी वास्तव में 400 के आंकड़े को पार कर चुके हैं.
इन स्टॉक्स में बढ़त का ट्रेंड
उदाहरण के लिए डीफेंस पीएसयू मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स स्टॉक से 46 फीसद का रिटर्न देखा गया है. सिर्फ 10 ट्रेडिंग सेशन में (4 जून से 19 जून तक)56 पीएसयू का कंबाइंड मार्केट कैपिटलाइजेश यानी बाजार में हिस्सेदारी 68 03059 करोड़ से बढ़कर 723823 करोड़ हो गई है. आरसीएफ के शेयर में 33 फीसद, कोचिन शिपयार्ड के शेयर में 24.5 फीसद जबकि हुडको और एमएमटीसी के शेयर में 23 फीसद की बढ़ोतरी हुई है.इसके साथ ही एचएएल, बीईएल, भेल के शेयर में 23, 21 और 21 फीसद की बढ़ोतरी हुई है.
शेयर मार्केट का एनडीए सरकार भरोसा
पीएसयू शेयरों में मल्टीबैगर बुल रन का भाग्य लोकसभा चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन से जुड़ा था और इसे सीएलएसए द्वारा अन्य पूंजीगत व्यय से जुड़े शेयरों के साथ "मोदी स्टॉक के रूप में बांटा गया था. निवेशकों में भी आशा बनी हुई है क्योंकि ना सिर्फ मौजूदा एनडीए सरकार स्थिर दिखती है बल्कि इसने नीति निरंतरता के संकेत भी दिए हैं. खासकर जब बुनियादी ढांचे और घरेलू विनिर्माण की बात आती है। मार्केट के एक्सपर्ट्स के मुताबिक सरकार के बुनियादी ढांचे और पूंजीगत व्यय को बढ़ावा देने की कोशिश जो महामारी के बाद गति पकड़ी थी उसका असर साफ नजर आ रहा है. इसके साथ ही साफ-सुथरी बैलेंस शीट, बेहतर शासन, कमोडिटी के लिए मार्जिन टेलविंड और बढ़ते ऑर्डर बुक, पीएसयू के बेहतर प्रदर्शन और उनके पुनर्मूल्यांकन भी पीएसयू स्टॉक्स के लिए संजीवनी की तरह काम कर रहे हैं.
पीएसयू में निजी क्षेत्रों से बेहतर प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2019-2024 के दौरान पीएसयू की आय में 33.8% सीएजीआर की बढोतरी दर्ज की जो निजी क्षेत्र से बेहतर प्रदर्शन था.निजी क्षेत्र में इसी अवधि में 18.6% सीएजीआर दर्ज किया गया. पिछले कुछ वर्षों के दौरान 17-30% की सीमा में लाभ पूल में पीएसयू की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 24 में बढ़कर 36% हो गई है. इसके अलावा वित्त वर्ष 24 के दौरान पीएसयू की आय में सालाना आधार पर 45% की शानदार वृद्धि देखी गई.पीएसयू यूनिवर्स का आरओई भी वित्त वर्ष 18 में 5.2% के निचले स्तर से वित्त वर्ष 24 में 17.6% तक बढ़ चुका है.
घरेलू और वैश्विक चक्रीय परिस्थितियों में पीएसयू की लाभप्रदता में उल्लेखनीय सुधार होने की संभावना है. पीएसयू बैंकों के भाग्य में तेज बदलाव से समग्र प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलेगा. पिछले दो वर्षों में कमोडिटी की कीमतों में वृद्धि ने धातुओं और ओएंडजी पीएसयू के पीएंडएल और बैलेंस शीट को मजबूत किया है. स्थानीयकरण, बढ़े हुए पूंजीगत व्यय और रक्षा क्षेत्र में मेक-इन-इंडिया पर सरकारी जोर ने औद्योगिक पीएसयू के भाग्य में सुधार को बढ़ावा दिया है.लिहाजा सुधार की उम्मीद है.