क्वांट म्यूचुअल फंड के CFO का इस्तीफा, फ्रंट रनिंग से जुड़ा है मामला
x

क्वांट म्यूचुअल फंड के CFO का इस्तीफा, फ्रंट रनिंग से जुड़ा है मामला

रेगुलेटर सेबी ने 93,000 करोड़ रुपये के क्वांट म्यूचुअल फंड में फ्रंट-रनिंग के संदिग्ध मामले की जांच कर रही है. इस सिलसिले में कई शहरों में छापेमारी भी हुई थी.


Quant Mutual Fund: क्वांट म्यूचुअल फंड, सेबी की जांच के दायरे में है. जांच के बीच निवेशकों को जानकारी दी गई है कि चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर यानी सीएफओ हर्शल पटेल ने इस्तीफा दे दिया है. क्ववांट म्यूचुअल फंड ने कहा है कि सीएफओ की जिम्मेदारी शशि कटारिया को दी गई है.बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स ने बताया कि शशि की नियुक्ति 1 जुलाई से प्रभावी है जब व्यक्तिगत वजहों से हर्ष पटेल ने रिजाइन कर दिया था.

अब शशि कटारिया को जिम्मेदारीशशि कटारिया ने पहले PPFAS AMC के साथ CFO, COO और निदेशक के रूप में काम किया है। वह मैनेजर फाइनेंस के रूप में DSP ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स से भी जुड़े थे। फंड हाउस ने नोटिस में यह भी जानकारी दी है कि SID, KIM और SAI के अन्य सभी नियम और शर्तें पहले की तरह रहेंगी. यह नोटिस-सह-परिशिष्ट योजनाओं के लिए जारी किए गए SID, KIM और SAI का एक अभिन्न हिस्सा है.

फ्रंट-रनिंग केस में जांच
बाजार नियामक सेबी ने 93,000 करोड़ रुपये के क्वांट म्यूचुअल फंड में फ्रंट-रनिंग के संदिग्ध मामले की जांच की. क्वांट के मुंबई मुख्यालय और हैदराबाद परिसरों पर छापेमारी के दौरान, सेबी ने मोबाइल फोन, कंप्यूटर और अन्य डिजिटल डिवाइस जब्त किए। यह कदम कथित तौर पर अवैध लाभ के लिए इस्तेमाल की गई गोपनीय जानकारी के स्रोत का पता लगाने के प्रयास का एक हिस्सा था। सेबी को संदेह है कि फ्रंट-रनिंग में क्वांट इकाई का कोई डीलर या ब्रोकिंग फर्म शामिल हो सकती है, जिसके माध्यम से एसेट मैनेजमेंट कंपनी ऑर्डर देती है. मामले में क्वांट इकाई का कोई डीलर या ब्रोकिंग फर्म शामिल हो सकती है जिसके माध्यम से एएमसी ऑर्डर देती है.

क्या है फ्रंट रनिंग

फ्रंट रनिंग को आप सीधे शब्दों में ऐसे समझें. इसमें फंड मैनेजर को आने वाले ट्रेड के बारे में जानकारी पहले हो जाती है.ऐसी सूरत में पहले ऑर्डर कर अधिक से अधिर कमाई करते हैं. इसे आप ऐसे भी समझिए. फंड मैनेजर शेयरों में तेजी का लाभ उठाते हैं. बड़े सौदों के बारे में इन्हें पहले जानकारी मिल जाती है.सौदे से पहले कम भाव पर खरीदारी करते हैं और डील होने के बाद शेयरों बढ़े हुए भाव पर जमकर मुनाफा कमाते हैं. क्वांट फंड हाउस 2019 तक 100 करोड़ के फंड को मैनेज करता था लेकिन महज पांच साल में यह सफर 9300 करोड़ के फंड तक जा पहुंचा है.अब जब सेबी की जांच चल रही है जो जिन शेयरों में क्वांट की हिस्सेदारी है उस पर भी असर पड़ा है.इन सबके बीच क्वांट का कहना है कि वो सेबी की जांच में सहयोग कर रहे हैं.
Read More
Next Story