कोई ऐसे ही नहीं बन जाता रतन टाटा, दुनिया में जमाई भारत की धाक
रतन टाटा को आईसीयू में भर्ती किया गया था। हालांकि उन्हें बचाया नहीं जा सका। इससे पहले सोमवार को रतन टाटा ने कहा था कि मैं अपनी आयु-संबंधी चिकित्सा स्थितियों के कारण वर्तमान में चिकित्सा जांच करवा रहा हूं.
Ratan Tata In Hospital : देश के प्रतिष्ठित और दिग्गज दिग्गज उद्योगपति टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं है। बीती रात ब्रीच कैंडी अस्पताल में आईसीयू में अंतिम सांस ली। बढ़ी उम्र से संबंधी बीमारियों की वजह से उनके स्वस्थ्य में खराबी बताई गयी है. उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर टाटा समूह की टिप्पणी तत्काल प्राप्त नहीं हो सकी है.इससे पहले सोमवार को भारतीय उद्योग जगत के सबसे प्रतिष्ठित रतन टाटा ने कहा था कि उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है और वह उम्र संबंधी चिकित्सा स्थितियों के लिए जांच करा रहे हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में 86 वर्षीय टाटा ने मुंबई के एक अस्पताल में अपने भर्ती होने की खबरों को "अफवाह" करार देते हुए कहा, "ये दावे निराधार हैं."टाटा ने कहा, "मैं अपनी आयु-संबंधी चिकित्सा स्थितियों के कारण वर्तमान में चिकित्सा जांच करवा रहा हूं." उन्होंने मार्च 1991 से दिसंबर 2012 तक टाटा समूह का नेतृत्व किया था. टाटा संस नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक के कारोबार वाले समूह की होल्डिंग कंपनी है.
उन्होंने कहा, "चिंता का कोई कारण नहीं है. मैं अच्छे मूड में हूं." उन्होंने जनता और मीडिया से अनुरोध किया कि वे "गलत सूचना फैलाने" से बचें. रिपोर्टों में दावा किया गया था कि रक्तचाप में गिरावट के बाद टाटा को सोमवार तड़के मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया था. अपने पोस्ट में टाटा ने कहा, "मैं अपने स्वास्थ्य के बारे में हाल ही में फैली अफवाहों से अवगत हूं और मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये दावे निराधार हैं."