
EMI नहीं हुई सस्ती, RBI ने रेपो रेट में नहीं किया बदलाव, महंगाई दर का अनुमान घटाया, GDP अनुमान में बढ़ोतरी
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए खुदरा महंगाई दर के अनुमान को घटा दिया है. महंगाई दर के अनुमान को 3.1 फीसदी से घटाकर 2.6 फीसदी कर दिया है.
महंगी ईएमआई से कोई राहत नहीं मिली है. भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है. यानी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की तीन दिनों तक चली बैठक में लिए गए फैसलों का एलान करते हुए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने एलान करते हुए कहा कि रेपो रेट को 5.50 फीसदी पर बरकार रखने का फैसला किया है. गवर्नर ने बताया कि मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी का रूख न्यूट्रल है.
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए खुदरा महंगाई दर के अनुमान को घटा दिया है. महंगाई दर के अनुमान को 3.1 फीसदी से घटाकर 2.6 फीसदी कर दिया है. आरबीआई गवर्नर ने कहा, घरेलू मांग में बढ़ोतरी देखी जा रही है. उन्होंने जीएसटी रेट्स में बदलाव के चलते आने वाले डिमांड में बढ़ोतरी आएगी साथ ही इसके चलते महंगाई में कमी आएगी. आरबीआई गवर्नर ने कहा खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कमी के चलते महंगाई दर में कमी आई है.
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी अनुमान को भी बढ़ाने का फैसला किया है. जीडीपी अनुमान को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.8 फीसदी करने का फैसला एमपीसी बैठक में लिया गया है. हालांकि गवर्नर ने कहा कि, वैश्विक हालात के चलते ग्रोथ पर असर पड़ सकता है. आरबीआई गवर्नर ने कहा ट्रेड टैरिफ का असर मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी, तीसरी तिमाही में देखने को मिल सकता है.
आरबीआई गवर्नर ने डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार आ रही कमजोरी को लेकर कहा कि आरबीआई इस पर नजर बनाए हुए है. संजय मल्होत्रा ने कहा कि आरबीआई रुपये के अंतरराष्ट्रीकरण की दिशा में कदम उठाएगा.