
किसानों को जीएसटी में बड़ी राहत, सरकार का दिवाली गिफ्ट!
GST reforms agriculture: इन सुधारों से खेती और डेयरी से जुड़े छोटे और सीमांत किसानों, खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को राहत मिलेगी. इससे न केवल खेती और दूध उत्पादन सस्ता होगा, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और पोषण में भी सुधार होगा.
GST rate cut: सरकार ने जीएसटी (GST) दरों में बदलाव करते हुए कृषि इनपुट और डेयरी उत्पादों पर टैक्स घटा दिया है, जिसे किसान और उद्योग जगत "बड़ी राहत" बता रहे हैं. इस फैसले से खेती की लागत कम होगी और डेयरी उत्पाद उपभोक्ताओं के लिए सस्ते हो जाएंगे.
किसानों को मिलेगी राहत
उर्वरक, जैव-कीटनाशक और कृषि उपकरणों पर जीएसटी घटाने से किसानों की इनपुट लागत में 30-40% तक की कमी आ सकती है. इससे खेती करना सस्ता होगा और उत्पादकता बढ़ेगी. विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम की मार झेल रहे किसानों के लिए ये बदलाव बहुत फायदेमंद हैं.
डेयरी सेक्टर को भी फायदा
डेयरी उत्पादों जैसे दूध, घी, पनीर, मक्खन, कंडेंस्ड मिल्क आदि पर अब केवल 5% जीएसटी लगेगा. पहले इन पर 12% टैक्स था. इससे 8 करोड़ से ज्यादा डेयरी किसानों को सीधा लाभ मिलेगा. ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, टायर और कलपुर्जों पर भी जीएसटी 5% कर दिया गया है. इससे मशीनीकरण को बढ़ावा मिलेगा और किसान कम मेहनत में ज्यादा काम कर सकेंगे. यह फैसला कटाई के मौसम से पहले आया है, जिससे किसानों को ज्यादा लाभ मिलेगा.
जैविक खेती को बढ़ावा
जैव-कीटनाशक, कृषि ड्रोन और जैविक उत्पादों पर टैक्स कटौती से किसान रासायनिक विकल्पों से हटकर जैविक विकल्पों की ओर बढ़ सकेंगे. मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय का कहना है कि इस टैक्स कटौती से न केवल डेयरी सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में भी योगदान होगा.
मंत्रालय के मुताबिक, भारत 2023-24 में 239 मिलियन टन दूध का उत्पादन करेगा. भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है. भारतीय डेयरी सेक्टर का मार्केट 2024 में 18.98 लाख करोड़ रुपये का होगा.