RBI ने UPI को लेकर किए दो बड़े बदलाव, इस तरह मिलेगा आपको फायदा
भारतीय रिजर्व बैंक ने इस सप्ताह UPI सिस्टम में दो महत्वपूर्ण बदलावों कर भुगतान और प्रत्यायोजित भुगतान की सीमा बढ़ाने को लेकर घोषणा की है.
UPI Delegated Payments: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस सप्ताह यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सिस्टम में दो महत्वपूर्ण बदलावों कर भुगतान और प्रत्यायोजित भुगतान की सीमा बढ़ाने को लेकर घोषणा की है. ऐसे में जरूरी है कि इन दो बदलावों के बारे में जानकारी रखना. आइए जानते हैं कि आखिर इन बदलावों से लोगों के जीवन पर क्या असर पड़ेगा?
UPI के माध्यम से कर भुगतान की उच्च सीमा करदाताओं को लाभान्वित करने वाले एक कदम में RBI ने UPI के माध्यम से कर भुगतान की लेनदेन सीमा को 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रति लेनदेन कर दिया है. इस पांच गुना वृद्धि से बड़े कर भुगतान डिजिटल रूप से करने की प्रक्रिया आसान होने की उम्मीद है.
बता दें कि RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को मौद्रिक नीति समिति की 50वीं बैठक में निर्णय की घोषणा करते हुए कहा कि इससे उपभोक्ताओं द्वारा UPI के माध्यम से कर भुगतान में और आसानी होगी.
गवर्नर दास ने कहा कि इससे कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को प्राथमिक उपयोगकर्ता के बैंक खाते से एक सीमा तक UPI लेनदेन करने की अनुमति दे सकेगा, बिना द्वितीयक उपयोगकर्ता के UPI से जुड़े अलग बैंक खाते की आवश्यकता के. इस सुविधा से UPI अपनाने में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है. खासकर बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों जैसे जनसांख्यिकी के बीच, जिनके पास UPI से जुड़े अपने बैंक खाते नहीं हो सकते हैं.