अगस्त में खुदरा महंगाई बढ़कर 2.07%,लगातार 7वें महीने RBI के 4% लक्ष्य से नीचे
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अगस्त में खुदरा महंगाई बढ़कर 2.07%,लगातार 7वें महीने RBI के 4% लक्ष्य से नीचे

सरकार ने खाने-पीने की चीज़ों और कई उपभोक्ता वस्तुओं पर जीएसटी रेट में कटौती की है, जिससे आने वाले महीनों में महंगाई कम होने की उम्मीद है.


खुदरा महंगाई दर अगस्त में बढ़कर 2.07% हो गई है जो कि जुलाई में यह 1.55% थी. महंगाई दर में बढ़ोतरी मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों में तेजी और पिछले साल के आँकड़ों के असर (बेस इफ़ेक्ट) के कम होने की वजह से हुई है. ह लगातार सातवाँ महीना है जब महंगाई भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के 4% लक्ष्य से नीचे रही है.

सांख्यिकी मंत्रालय ने रिटेल इंफ्लेशन का जो डेटा जारी किया उसके मुताबिक, अगस्त में खाद्य महंगाई 0.69 फीसदी रही जो जुलाई में 1.76% रही थी. सब्ज़ियों की कीमतें अगस्त में 15.92 फीसदी कम हुई है जो कि जुलाई में 20.69 फीसदी गिरी थी. अगस्त में ज्यादा बारिश और सितंबर में भी भारी बारिश की संभावना से धान, कपास, सोयाबीन और दालों जैसी खरीफ फसलों को नुकसान हो सकता है. इससे आने वाले महीनों में खाद्य कीमतें बढ़ सकती हैं.

सरकार ने खाने-पीने की चीज़ों और कई उपभोक्ता वस्तुओं पर जीएसटी रेट में कटौती की है, जिससे आने वाले महीनों में महंगाई कम होने की उम्मीद है. RBI का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2-25-26 की आखिरी तिमाही में महंगाई थोड़ी बढ़ सकती है, क्योंकि सब्ज़ियों की कीमतें अस्थिर हैं. वैसे पूरे वित्त वर्ष के दौरान महंगाई औसतन 3.1 फीसदी रहने का अनुमान है. वित्त वर्ष 2026-27 में यह बढ़कर 4.9 फीसदी हो सकती है, जो RBI के 4% लक्ष्य से ऊपर है. RBI का कहना है कि महंगाई को लेकर जोखिम अभी संतुलित हैंऔर कोर इन्फ्लेशन (खाद्य और ईंधन को छोड़कर महंगाई) 4% पर स्थिर है.

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