रूस की अर्थव्यवस्था डगमगाई, मंत्री बोले, मंदी बस एक कदम दूर
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रूस के आर्थिक मामलों के मंत्री मैक्सिम रेशेत्निकोव (दायीं तरफ)

रूस की अर्थव्यवस्था डगमगाई, मंत्री बोले, मंदी बस एक कदम दूर

रूस की अर्थव्यवस्था मंदी के कगार पर पहुंच गई है। ऊंची ब्याज दरों से निवेश प्रभावित हुआ है जबकि GDP ग्रोथ में गिरावट और कंपनियों में निराशा है।


क्या यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का असर अब रूस पर पड़ने लगा है, क्या रूस मंदी के चपेट में आ रहा है। इस सवाल का जवाब रूस के आर्थिक मामलों के मंत्री मैक्सिम रेशेत्निकोव ने दिया। उन्होंने सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था मंदी के मुहाने पर खड़ी है। उन्होंने कहा कि आंकड़े संकेत दे रहे हैं कि अर्थव्यवस्था ठंडी पड़ रही है, यही नहीं व्यापार जगत की भावना को देखते हुए रूस मंदी में प्रवेश करने की कगार पर है। बता दें कि आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दरों में कटौती भी की गई थी। लेकिन उसका सकारात्मक असर नजर नहीं आ रहा।

ब्याज दरों में कटौती के बाद भी राहत नहीं

इस महीने रूस ने 2022 के बाद पहली बार अपनी प्रमुख ब्याज दर में कटौती की जिससे दर 21 फीसद से से घटाकर 20 फीसद कर दी गई। इसका उद्देश्य उधारी की लागत को कम कर निवेश को प्रोत्साहन देना था। हालांकि, कई महीनों से व्यवसाय जगत यह शिकायत करता आ रहा है कि ऊंची ब्याज दरों के चलते निवेश बाधित हो रहा है और आर्थिक विकास की गति धीमी हो गई है।

रेशेत्निकोव ने कहा कि भले ही आंकड़े मंदी के संकेत दे रहे हों, लेकिन ये सभी बीते समय की तरफ इशारा कर रहे हैं। व्यापारिक माहौल और मौजूदा संकेतों ,पता चलता है कि रूस पहले से ही मंदी की दहलीज़ पर खड़ा है।

केंद्रीय बैंक गवर्नर ने बताया ओवरहीटिंग

उसी सत्र में रूस की केंद्रीय बैंक की गवर्नर एल्विरा नबीउलीना ने GDP ग्रोथ में आई मंदी को “अर्थव्यवस्था के अधिक गर्म हो जाने से निकलने की प्रक्रिया बताया। उन्होंने कहा कि यह गिरावट कुछ हद तक अपेक्षित थी। इस बीच, रूस के सबसे बड़े ऋणदाता स्बर्बैंक के फर्स्ट डिप्टी सीईओ अलेक्जेंडर वेद्याखिन ने रायटर्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि देश की सख्त मौद्रिक नीति ओवर-कूलिंग यानी अत्यधिक नरमी पैदा कर रही है। उन्होंने निवेश ऋण को फिर से शुरू करने के लिए ब्याज दरों को 12-14% तक लाने की मांग की।

वेद्याखिन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था में अत्यधिक मंदी का खतरा है जिसकी वजह से गिरावट से निकल नहीं पाएंगे और भविष्य में विकास दर में नरमी देखने को मिल सकती है। रूस की अर्थव्यवस्था इस समय गंभीर दबाव में है। ऊंची ब्याज दरें, घटती निवेश दर और कंपनियों की नकारात्मक भावना ये सभी संकेत मंदी की ओर इशारा कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि रूस की सरकार और केंद्रीय बैंक कितनी तेजी से आर्थिक सुधार के उपाय अपनाते हैं।

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