मुहूर्त ट्रेडिंग 2025
x
NSE में मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन

मुहूर्त ट्रेडिंग 2025 हरे निशान में सेंसेक्स-निफ्टी हुआ क्लोज, संवत 2082 में निवेशकों को बेहतर रिटर्न की उम्मीद

संवत 2082 की शुरुआत के साथ ही ये पहला मौका है जब मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन दोपहर में हुआ है, अब तक ये शाम में हुआ करता था.


Click the Play button to hear this message in audio format

दीवाली के शुभ अवसर के दिन मंगलवार 21 अक्टूबर 2025 को मुहूर्त ट्रेडिंग के मौके पर भारतीय शेयर बाजार शानदार तेजी के साथ खुला. निवेशकों की खरीदारी की बदौलत बीएसई सेंसेक्स 235.98 अंक यानी 0.28% बढ़कर 84,599.35 अंकों पर खुला. एनएसई निफ्टी भी 77.65 अंक (0.3%) बढ़कर 25,920.80 पर खुला. बैंकिंग रियल एसेटेट, और कंजप्शन वाले शेयरों को छोड़कर सभी सेक्टर्स के शेयर में तेजी रही. आज के ट्रेड में मिडकैप और स्मॉलकैप में भी जोश देखने को मिला है. ये पहला मौका है जब मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन दोपहर में हुआ है, अब तक ये शाम में हुआ करता था.

हालांकि शानदार तेजी के साथ खुलने के बाद बाजार में ऊपरी लेवल मुनाफावसूली के चलते गिरावट आ गई. और एक घंटे की ट्रेडिंग के बाद बाजार बंद होने पर बीएसई सेंसेक्स 63 अंकों की उछाल के साथ 84,426 और निफ्टी 25.45 अंक चढ़कर 25,848 अंकों पर क्लोज हुआ है. आज के सत्र में बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में गिरावट के चलते निफ्टी बैंक 26 अंक गिरकर 58,007 अंकों पर क्लोज हुआ है.

आज के कारोबार में फार्मा, ऑटो, एनर्जी, मेटल्स, एफएमसीजी, आईटी और हेल्थकेयर शेयरों तेजी के साथ बंद हुए. निफ्टी का मिडकैप इंडेक्स 65 अँकों की तेजी के साथ 59,409 और निफ्टी स्मॉल कैप इंडेक्स 94 अंकों की तेजी के साथ 18,300 अंकों पर क्लोज हुआ है.

तेजी वाले शेयरों पर नजर डालें तो सेंसेक्स के 30 शेयरों में 17 तेजी के साथ बंद हुए. जिसमें बजाज फिनसर्व 1.42 फीसदी, एक्सिस बैंक 0.80 फीसदी, इंफोसिस 0.72 फीसदी, महिंद्रा एंड महिंद्रा 0.60 फीसदी, टाटा मोटर्स 0.55 फीसदी के उछाल के साथ क्लोज हुआ है. गिरावट वाले शेयरों में कोटक महिंद्रा बैंक 0.82 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक 0.63 फीसदी, एचसीएल टेक 0.53 फीसदी, भारती एयरटेल 0.39 फीसदी की गिरावट के साथ क्लोज हुआ है.

संवत 2082 रहेगा निवेशकों के लिए फायदेमंद!

संवत 2082 के मार्केट आउटलुक पर पीएल कैपिटल की चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर, अमीषा वोरा ने कहा, “संवत 2082 की शुरुआत के साथ ही भारतीय शेयर बाज़ारों में फिर से उम्मीद और भरोसा लौटता दिख रहा है. पिछला साल निवेशकों के लिए थोड़ा मुश्किल रहा है. मज़बूत घरेलू हालात के बावजूद भारत, कई वैश्विक बाज़ारों से पीछे रहा. लेकिन अब हालात बदल रहे हैं. आने वाले महीनों में कंपनियों की कमाई बढ़ने से बाज़ार में सुधार देखने को मिल सकता है. देश की विकास दर मजबूत है, जिसे संरचनात्मक सुधारों, जीएसटी 2.0, आयकर में राहत, और सरकार की आसान मौद्रिक नीतियों का सहारा मिल रहा है। इससे बाज़ार में पैसे की उपलब्धता (liquidity) भी बेहतर हुई है.

वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की अर्थव्यवस्था करीब 6.8% की दर से बढ़ने का अनुमान है जो दुनिया में सबसे तेज़ दरों में से एक है। इससे यह साफ है कि भारत की विकास यात्रा मजबूत और टिकाऊ बनी हुई है.

अमीषा वोरा ने कहा, शेयरों के दाम (valuations) अब सामान्य स्तर पर हैं, और कमाई में गिरावट का दौर लगभग खत्म हो चुका है. घरेलू निवेशकों का भरोसा मजबूत है, भले ही विदेशी निवेशक अभी थोड़े सतर्क हैं। यह सब मिलकर आने वाले समय को भारतीय शेयर बाज़ारों के लिए अनुकूल बना रहे हैं. वैश्विक स्तर पर व्यापारिक तनाव और धीमी अर्थव्यवस्था जैसी चुनौतियाँ ज़रूर हैं, लेकिन भारत अब भी एक स्थिर, नीतिगत रूप से मज़बूत और पूंजी से भरपूर अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है.

Read More
Next Story