सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए सेंसेक्स 83 हजार के पार, निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद
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सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए सेंसेक्स 83 हजार के पार, निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद

बेंचमार्क सेंसेक्स गुरुवार को पहली बार ऐतिहासिक 83,000 के स्तर पर पहुंच गया और निफ्टी सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ


Share Market: गुरुवार को सेंसेक्स पहली बार ऐतिहासिक 83,000 के स्तर पर पहुंच गया और निफ्टी अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ. इसके पीछे की वजह ब्लू-चिप शेयरों में आई तेजी बताई गयी, जो बेशक देर से आई लेकिन वैश्विक बाज़ारों में उछाल और विदेशी फंड प्रवाह के चलते बेंचमार्क सेंसेक्स ने आल टाइम रेकॉर स्थापित किया.

30 शेयरों वाले बीएसई सेंसेक्स में तेज उछाल के कारण पहली बार यह 83,000 के स्तर पर पहुंच गया. कारोबार के आखिरी घंटे में सेंसेक्स 1,593.03 अंक या 1.95 प्रतिशत बढ़कर 83,116.19 के अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. सूचकांक 1,439.55 अंक या 1.77 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,962.71 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बंद हुआ.
एनएसई निफ्टी 470.45 अंक या 1.89 प्रतिशत बढ़कर 25,388.90 के रिकॉर्ड बंद स्तर पर बंद हुआ. बेंचमार्क ने 514.9 अंक या 2 प्रतिशत की उछाल के साथ 25,433.35 के अपने नए सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ. निफ्टी और सेंसेक्स ने बढ़त के साथ शुरुआत की और दोपहर के कारोबार तक एक सीमा में कारोबार किया. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "दिन के अंत में तेजड़ियों ने बढ़त हासिल की और सूचकांकों को नई ऊंचाई पर पहुंचाया, जो तेजी के वैश्विक रुझान को दर्शाता है. दुनिया भर में ब्याज दरों में कटौती की आशावादिता (ईसीबी और यूएस फेड) ने वैश्विक बाजार को सकारात्मक प्रोत्साहन दिया है."

इन कंपनियों के शेयर रहे लाभ में
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में भारती एयरटेल, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अडानी पोर्ट्स, टेक महिंद्रा, लार्सन एंड टूब्रो, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक सर्वाधिक लाभ में रहे.

ब्लू-चिप कंपनियों में सिर्फ नेस्ले जो पिछड़ गयी
हालांकि सत्र के दौरान ज्यादातर समय मंदी बनी रही, लेकिन विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज शेयरों में मजबूत खरीदारी ने अंतिम घंटों में सूचकांकों को तेजी से ऊपर की ओर बढ़ाया, ऐसा अजीत मिश्रा - वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अनुसंधान, रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड ने कहा. व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक 1.32 प्रतिशत और स्मॉलकैप सूचकांक 0.79 प्रतिशत चढ़ा. सभी सूचकांक सकारात्मक दायरे में बंद हुए. धातु (3.05 प्रतिशत), दूरसंचार (2.61 प्रतिशत), बिजली (2.02 प्रतिशत), ऑटो (1.99 प्रतिशत), उपयोगिता (1.93 प्रतिशत) और कमोडिटी (1.85 प्रतिशत) में तेजी रही. बीएसई पर कुल 2,335 शेयरों में तेजी रही, 1,612 में गिरावट आई तथा 122 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ. इसके अलावा, 278 शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए, जबकि 36 शेयर अपने 52-सप्ताह के निम्नतम स्तर तक गिर गए.


विश्व के शेयर बाजारों का ये रहा हाल
एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो और हांगकांग में उल्लेखनीय लाभ रहा, जबकि शंघाई मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ. यूरोपीय बाज़ारों में तेज़ी देखी गई. बुधवार को वॉल स्ट्रीट में भी तेज़ी देखने को मिली. "अमेरिका में मुद्रास्फीति के नवीनतम आंकड़े बाजार के लिए कुछ हद तक सकारात्मक हैं. अगस्त में सीपीआई मुद्रास्फीति 0.2 प्रतिशत पर आने से 12 महीने की मुद्रास्फीति पहले के 2.9 प्रतिशत से घटकर 2.5 प्रतिशत पर आ गई है."
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा, "इससे सितंबर में फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती का रास्ता साफ हो गया है. लेकिन चूंकि मुख्य मुद्रास्फीति 3.2 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बनी हुई है, इसलिए फेड के सतर्क रहने और 50 आधार अंकों की ब्याज दरों में कटौती से बचने की संभावना है, तथा अंत में 25 आधार अंकों की ब्याज दरों में कटौती पर सहमत होने की संभावना है." एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,755 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.

बाज़ार में बना रहेगा लचीलापन
विजयकुमार ने कहा कि पिछले तीन दिनों में नकदी बाजार में एफआईआई की ओर से खरीददारी करना इस बात का एक और संकेत है कि बाजार में लचीलापन बना रहेगा. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.39 प्रतिशत बढ़कर 71.59 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. बुधवार को बीएसई का सेंसेक्स 398.13 अंक या 0.49 प्रतिशत गिरकर 81,523.16 अंक पर बंद हुआ. वहीं एनएसई का निफ्टी 122.65 अंक या 0.49 प्रतिशत गिरकर 24,918.45 अंक पर बंद हुआ.

(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को फेडरल स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः प्रकाशित किया गया है।)


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