
RBI गवर्नर ने चेताया, ट्रंप टैरिफ का दिख सकता है भारत के ग्रोथ और एक्सपोर्ट्स पर असर
RBI गवर्नर ने चेताया, ट्रंप टैरिफ का दिख सकता है भारत के ग्रोथ-एक्सपोर्ट्स पर असर
RBI On US Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय वस्तुओं पर 26% टैरिफ बुधवार 9 अप्रैल 2025 से लागू हो चुका है. अमेरिका के टैरिफ वॉर पर आरबीRBI गवर्नर ने चेताया, ट्रंप टैरिफ का दिख सकता है भारत के ग्रोथ और एक्सपोर्ट्स पर असरआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (Monetary Policy Committee) में लिए गए फैसलों का ऐलान करते हुए इसे लेकर चिंता जाहिर की है. आरबीआई गवर्नर ने कहा ट्रंप का यह विवादास्पद टैरिफ का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा, साथ ही इसका प्रभाव भारत की घरेलू इकोनॉमिक ग्रोथ के साथ एक्सपोर्ट्स पर भी पड़ेगा.
आरबीआई गवर्नर ने कहा, "ट्रेड तनावों के कारण ग्लोबल ग्रोथ पर पड़ने वाला प्रभाव घरेलू विकास को भी प्रभावित करेगा. उन्होंने कहा, इस प्रकार के तनावों का प्रभाव पहले ही अलग-अलग सेक्टर्स में महसूस किया जा रहा है. संजय मल्होत्रा ने कहा, अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए अधिक टैरिफ का असर भारत के निर्यात पर प्रतिकूल प्रभाव डालेंगे, जिससे देश के लिए अतिरिक्त चुनौतियाँ पैदा होंगी. गवर्नर ने चेतावनी दी कि अनिश्चितता समग्र आर्थिक विकास को धीमा कर देती है, क्योंकि व्यवसाय और घरेलू उपभोक्ता अपने निवेश और खर्च निर्णयों को लेकर सतर्क हो जाते हैं. उन्होंने कहा, "वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते वस्तुओं का निर्यात प्रभावित होगा, जबकि सेवाओं का निर्यात लचीला बना रहेगा. यह सतर्कता घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों आर्थिक गतिविधियों को धीमा कर सकती है, जिससे मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर प्रभाव पड़ सकता है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा, इन टैरिफ उपायों के सटीक प्रभाव को मापना बेहद कठिन है, क्योंकि इसमें कई अज्ञात तत्व शामिल हैं. उन्होंने कहा, टैरिफों का भारत के निर्यात और आयात मांग पर क्या असर होगा, और अमेरिका के साथ वर्तमान में चल रही फॉरेन ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) जैसी नीतियों के संभावित परिणाम क्या होंगे, इसका पूर्वानुमान लगाना अभी मुश्किल है. हालांकि इसके बावजूद आरबीआई गवर्नर भारत की लचीलेपन क्षमता को लेकर सतर्क लेकिन आशावादी हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि वैश्विक व्यापार व्यवधान और नीतिगत अनिश्चितताएं भारत के निर्यात विकास पर दबाव डालेंगी. लेकिन मजबूत घरेलू मैन्युफैक्चरिंग और अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते जैसे सरकार के प्रयास इन प्रभावों को कम करने में मदद करेंगे. इसके अलावा, केंद्र सरकार की PLI स्कीम और मेक इन इंडिया जैसे कार्यक्रम भी टैरिफ प्रभावों को संतुलित करने में सहायक साबित होंगे.
संजय मल्होत्रा ने कहा कि व्यापार और टैरिफ की अनिश्चितताएं विकास की संभावनाओं को प्रभावित करेंगी, लेकिन अगर मानसून सामान्य रहता है, तो महंगाई दर को लेकर आरबीआई ने जो अनुमान जताया है उसे हासिल किया जा सकेगा. आरबीआई गवर्नर के मुताबिक, वैश्विक बाजार की अनिश्चितताओं के चलते महंगाई में बढ़ोतरी का जोखिम बना हुआ है. उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक बुनियाद की जड़ें मज़बूत बनी हुई है, भले ही वैश्विक बाजार की अस्थिरता और जारी व्यापार युद्ध जैसी बाहरी चुनौतियाँ पैदा हुई हो. उन्होंने कहा, आरबीआई स्थिति पर नजर बनाए हुए है और अर्थव्यवस्था में स्टैबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जायेंगे.