
ट्रंप ने चीन के सामान पर घटाया टैरिफ, जिनपिंग से मुलाकात के बाद टैरिफ घटाकर 47% किया
ट्रंप ने कहा— “यह एक शानदार मुलाकात थी” | अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों में प्रगति का संकेत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार (30 अक्टूबर) को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद घोषणा की कि चीनी वस्तुओं पर लगने वाले टैरिफ को 57% से घटाकर 47% किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने शी जिनपिंग के साथ दुर्लभ खनिजों (rare earths) पर एक एक वर्ष का, आगे बढ़ाया जा सकने वाला समझौता किया है। ट्रंप ने शी को “महान नेता” बताते हुए कहा कि यह “एक शानदार बैठक” थी।
एयर फोर्स वन विमान में सवार रहते हुए पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि “कई अहम मुद्दों पर निष्कर्ष पर पहुंचा गया है”, और जल्द ही इसकी जानकारी मीडिया को दी जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि वह अप्रैल 2026 में चीन की यात्रा करेंगे, जबकि शी जिनपिंग उसके बाद अमेरिका आएंगे — संभवतः वॉशिंगटन डीसी या पाम बीच, फ्लोरिडा।
ट्रंप ने बैठक को “बहुत बड़ी सफलता” बताया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप ने कहा, “यह एक शानदार बैठक थी। वह एक महान नेता हैं। हम कई अहम बिंदुओं पर सहमति पर पहुंचे हैं और जल्द ही उन्हें सार्वजनिक करेंगे।”
फेंटेनाइल पर टैरिफ में कमी और सोयाबीन खरीद पर संतोष
ट्रंप ने यह भी घोषणा की कि उनकी सरकार ने फेंटेनाइल बनाने वाले रासायनिक घटकों पर टैरिफ को 20% से घटाकर 10% कर दिया है।
उन्होंने चीन के इस फैसले पर खुशी जताई कि वह बड़े पैमाने पर सोयाबीन खरीदना शुरू करेगा, और बीजिंग के इस कदम की “सराहना” की।
शी जिनपिंग ने क्या कहा
दिन में पहले, शी जिनपिंग ने कहा कि चीन और अमेरिका, जो दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ हैं, उन्हें एक-दूसरे को प्रतिद्वंद्वी नहीं बल्कि साझेदार और मित्र के रूप में देखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इतिहास और वर्तमान परिस्थितियाँ दोनों देशों के बीच टकराव के बजाय सहयोग की मांग करती हैं।
हालांकि, शी ने यह भी स्वीकार किया कि ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण दोनों देशों के बीच हालिया तनाव को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
दोनों नेता एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) सम्मेलन के दौरान बुसान में द्विपक्षीय बैठक कर रहे हैं।
शी बोले, “चीन-अमेरिका में मतभेद सामान्य हैं”
बैठक की शुरुआती टिप्पणियों में शी ने कहा कि दोनों बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच टकराव “सामान्य” है। “आपसे दोबारा मिलकर बहुत अच्छा लगा। आपके पुनर्निर्वाचन के बाद हमने तीन बार फोन पर बात की है, कई पत्रों का आदान-प्रदान किया है और करीबी संपर्क बनाए रखा है।"
उन्होंने कहा, "हमारी राष्ट्रीय परिस्थितियों को देखते हुए, हमारे बीच मतभेद होना स्वाभाविक है। दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच समय-समय पर घर्षण होना सामान्य है।”
शी बोले — “चीन-अमेरिका के विकास लक्ष्य एक-दूसरे के पूरक”
शी जिनपिंग ने कहा कि चीन के विकास लक्ष्य ट्रंप के “लेट्स मेक अमेरिका ग्रेट अगेन” (Let’s Make America Great Again) के दृष्टिकोण से मेल खाते हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों देश एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं और साथ मिलकर समृद्ध हो सकते हैं।
“चुनौतियों और उतार-चढ़ाव के बीच, हमें चीन-अमेरिका संबंधों के जहाज को सही दिशा में आगे बढ़ाना चाहिए। मैं हमेशा कहता हूं कि चीन का विकास अमेरिका को महान बनाने की आपकी दृष्टि के साथ चलता है। दोनों देश एक-दूसरे की सफलता में मदद कर सकते हैं और साथ-साथ समृद्ध हो सकते हैं। इतिहास ने हमें यही सिखाया है और वर्तमान वास्तविकता भी यही मांग करती है।”
— शी जिनपिंग
“महत्वपूर्ण मुद्दों पर बुनियादी सहमति बनी”
दोनों देशों की वार्ता टीमों के बीच हाल ही में “मुख्य मुद्दों पर बुनियादी सहमति” बनने की बात पर ज़ोर देते हुए, शी जिनपिंग ने कहा कि इस प्रगति ने ट्रंप के साथ रचनात्मक संवाद का रास्ता खोल दिया है।
उन्होंने कहा , “कुछ दिन पहले हमारी आर्थिक टीमों ने नवीनतम दौर की बातचीत में हमारे प्रमुख चिंताओं पर बुनियादी सहमति हासिल की। यह एक उत्साहजनक प्रगति थी और इसने आज की हमारी बैठक के लिए आवश्यक परिस्थितियाँ तैयार कीं। राष्ट्रपति महोदय, मैं आपके साथ मिलकर चीन-अमेरिका संबंधों की एक मजबूत नींव बनाने और दोनों देशों के विकास के लिए एक अनुकूल माहौल तैयार करने के लिए काम जारी रखने के लिए तैयार हूँ।”
— शी जिनपिंग
ट्रंप के “शांति प्रयासों” की सराहना
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वैश्विक संघर्षों के समाधान के लिए ट्रंप के प्रयासों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति महोदय, आप विश्व शांति को लेकर गहरी चिंता रखते हैं और विभिन्न क्षेत्रीय संकटों को सुलझाने में अत्यंत उत्साही हैं।”
शी ने आगे कहा ,“आज की दुनिया कई कठिन चुनौतियों का सामना कर रही है। चीन और अमेरिका, दोनों प्रमुख देश होने के नाते, इन चुनौतियों से निपटने की जिम्मेदारी साझा कर सकते हैं और अपने तथा पूरे विश्व के हित में ठोस और सार्थक कार्य कर सकते हैं। मैं आपके साथ उन विषयों पर विचार-विमर्श करने की प्रतीक्षा कर रहा हूँ जो हमारे दोनों देशों और पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
— शी जिनपिंग

