UPI सेवा ठप: देशभर में चौथी दफा बड़ी गड़बड़ी, हजारों लेनदेन प्रभावित
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UPI सेवा ठप: देशभर में चौथी दफा बड़ी गड़बड़ी, हजारों लेनदेन प्रभावित

shutdown of UPI service: गड़बड़ी के कारणों को लेकर अब तक नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया या किसी बड़े बैंक की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.


UPI service down: गुरुवार शाम पूरे देश में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सेवाएं अचानक ठप हो गईं, जिससे हजारों उपभोक्ताओं को लेनदेन करने में परेशानी का सामना करना पड़ा और व्यापारियों की बिक्री पर भी असर पड़ा. यह इस साल की चौथी बड़ी तकनीकी गड़बड़ी है, जिसने डिजिटल भुगतान पर देश की निर्भरता को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला दिया है.

गड़बड़ी की शिकायतें गुरुवार शाम करीब 7:45 बजे से सामने आने लगीं, जहां यूजर्स ने गूगल पे, फोनपे, पेटीएम और अन्य लोकप्रिय डिजिटल भुगतान ऐप्स पर लेनदेन पूरा न होने की बात कही. 8:30 बजे तक सेवा ट्रैकिंग वेबसाइट डाउन डिटेक्टर पर 2,147 शिकायतें दर्ज की गईं. इनमें से लगभग 80% शिकायतें भुगतान न होने से संबंधित थीं.

बड़े बैंकों की सेवाएं भी प्रभावित

गड़बड़ी का असर एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), बैंक ऑफ बड़ौदा और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे प्रमुख बैंकों के लेनदेन पर भी देखने को मिला. कई ग्राहकों ने बैंकिंग ऐप्स और यूपीआई माध्यमों से बार-बार भुगतान प्रयासों में विफलता की शिकायत की।

यूपीआई की अहम भूमिका

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वर्ष 2024 में देश के कुल डिजिटल लेनदेन में यूपीआई की हिस्सेदारी लगभग 65% रही है. यूपीआई खास तौर पर छोटे और मध्यम लेनदेन के लिए सबसे लोकप्रिय माध्यम बना हुआ है. हालांकि, स्वास्थ्य, शिक्षा और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में अब क्रेडिट कार्ड और ईएमआई का उपयोग भी बढ़ता हुआ देखा जा रहा है.

आधिकारिक प्रतिक्रिया

गड़बड़ी के कारणों को लेकर अब तक नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) या किसी बड़ी बैंक की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. विशेषज्ञों के अनुसार, लगातार हो रही ऐसी रुकावटें उपभोक्ताओं के भरोसे को प्रभावित कर सकती हैं और डिजिटल इकोनॉमी के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती हैं.

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