वजीरएक्स का दावा उसकी तरफ से नहीं हुई कोई चूक, वॉलेट सेवा देने वाली कंपनी पर मढ़ा आरोप
x

वजीरएक्स का दावा उसकी तरफ से नहीं हुई कोई चूक, वॉलेट सेवा देने वाली कंपनी पर मढ़ा आरोप

वजीरएक्स के संथापक और सीईओ निश्चल शेट्टी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि लिमिनल ने घटना के तुरंत बाद बिना किसी सबूत के वजीरएक्स को दोषी ठहराना शुरू कर दिया था.


WazirX Case : वजीरएक्स क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज की सुरक्षा में सेंध लगने और 23 करोड़ डॉलर का नुकसान होने के करीब एक महीने बाद कंपनी ने एक बार फिर से इसका दोष वॉलेट सेवा देने वाली कंपनी पर लगाया है. वजीरएक्स ने दावा किया है कि फोरेंसिक जांच में उसकी कोई खामी नहीं पायी गयी है. कंपनी का दावा है कि इसके लिए उसने अपनी आईटी प्रणाली की अलग से फॉरेंसिक जांच कराई है.


वजीरएक्स के संथापक और सीईओ निश्चल शेट्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'X' पर अपने प्रोफाइल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ''लिमिनल ने घटना के तुरंत बाद बिना किसी सबूत के वज़ीरएक्स लैपटॉप को दोषी ठहराना शुरू कर दिया.''
- वज़ीरएक्स ने साइनिंग प्रक्रिया के दौरान शामिल सभी तीन लैपटॉप का गहन फोरेंसिक विश्लेषण करने के लिए गूगल की सहायक कंपनी मैंडिएंट नामक सर्वश्रेष्ठ फोरेंसिक टीम को लाने का फैसला किया.
इस जाँच में जो तथ्य सामने आये हैं, उससे इस बात की ख़ुशी है कि वज़ीरएक्स की ओर से सुरक्षा को लेकर किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही या समझौता नहीं किया गया है.

शेट्टी ने ये भी लिखा कि हमें लिमिनल से अभी तक विश्वसनीय उत्तर नहीं मिले हैं.
1. साइबर हमले का कारण क्या था?
2. उनके सिस्टम में सेंध की सीमा क्या है?
3. क्या उनकी ओर से कोई अंदरूनी व्यक्ति शामिल था?
4. लिमिनल की वेबसाइट ने हमें एक वास्तविक लेनदेन क्यों/कैसे दिखाया, जिस पर हस्ताक्षर किए जाने थे और फिर भी हस्ताक्षर करने के लिए गलत पेलोड भेजा?
5. उनके फ़ायरवॉल ने उस लेनदेन को क्यों और कैसे अनुमति दी जो श्वेतसूचीबद्ध पते पर नहीं था?
6. उन्होंने इस दुर्भावनापूर्ण लेनदेन पर हस्ताक्षर और अनुमोदन क्यों और कैसे किया?

शेट्टी ने लिखा कि इस मैंडिएंट रिपोर्ट से वज़ीरएक्स पर गलत काम या दुर्भावना के लिए उठाई गई किसी भी उंगली को शांत किया जाना चाहिए. वज़ीरएक्स ने उद्योग की सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन किया और रिपोर्ट साबित करती है कि वज़ीरएक्स की ओर से कोई समझौता नहीं किया गया.
पी.एस. समानांतर रूप से, हम प्लेटफ़ॉर्म पर INR और क्रिप्टो परिसंपत्तियों के समाधान पर काम कर रहे हैं. हम जल्द ही इन पर सभी को स्पष्टता प्रदान करेंगे.

लिमिनल की ये रही प्रतिक्रिया
ज्ञात रहे कि साइबर हमले का पहली बार पता चलने पर लिमिनल (Liminal) कस्टडी ने ये कहा था कि उसके सिस्टम में सुरक्षा से जुड़ी कोई गड़बड़ नहीं हुई है. लेकिन अब वजीरएक्स के उस दावे के बाद लिमिनल ने बयान जारी करते हुए कहा है कि ‘वजीरएक्स ने जो जानकारी दी है, उसे देखने पर वास्तव में उनके नेटवर्क ढांचे की सुरक्षा, परिचालन पर नियंत्रण और पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं. लिमिनल की ओर से कहा गया कि 6 में से 5 चाबियां उनके ही पास थीं.’ कंपनी ने ये भी जानकारी दी कि मामले की जांच के लिए ऑडिटर नियुक्त कर दिए गए हैं.


Read More
Next Story