WPI Inflation
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थोक महंगाई दर में आई गिरावट

खुदरा के बाद थोक महंगाई दर में आई गिरावट, मई में 0.39 फीसदी रही WPI बेस्ड इंफ्लेशन

वाणिज्य मंत्रालय ने होलसेल महंगाई दर का डेटा जारी करते हुए कहा कि मई महीने में महंगाई दर के पॉजिटिव रेट रहने की वजह फूड प्रोडक्ट्स, इलेक्ट्रिसिटी समेत दूसरे मैन्युफैक्चरिंग, केमिकल्स -केमिक्ल प्रोडक्ट्स के अलावा ट्रांसपोर्ट इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग और नॉन-फूड आर्टिकल्स के दामों में इजाफा है.


खुदरा महंगाई दर के बाद थोक मूल्य आधारित महंगाई दर में भी जोरदार गिरावट देखने को मिली है. मई महीने के लिए घोषित होलसेल महंगाई दर घटकर 0.39 फीसदी पर आ गई है जो अप्रैल 2025 में 0.85 फीसदी पर थी.ऐ

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने होलसेल महंगाई दर का डेटा जारी करते हुए कहा कि मई महीने में महंगाई दर के पॉजिटिव रेट रहने की मुख्य वजह फूड प्रोडक्ट्स, इलेक्ट्रिसिटी समेत दूसरे मैन्युफैक्चरिंग, केमिकल्स -केमिक्ल प्रोडक्ट्स के अलावा ट्रांसपोर्ट इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग और नॉन-फूड आर्टिकल्स के दामों में इजाफा है. इस डेटा के मुताबिक WPI फूड इंडेक्स की महंगाई दर जो अप्रैल महीने में 2.55 फीसदी थी वो मई में घटकर 1.72 फीसदी पर आ गई है.

फूड आर्टिकल्स की महंगाई दर नेगेटिव में -1.56 फीसदी रही है. जिसमें दालों की महंगाई दर - 10.41 फीसदी, सब्जियों की महंगाई दर -21.62 फीसदी, आलू की महंगाई दर घटकर -29.42 फीसदी, प्याज की -14.41 फीसदी रही है. जबकि अनाज की महंगाई दर 2.56 फीसदी, गेहूं की 5.75 फीसदी, फलों की 10.17 फीसदी, दूध की 2.66 फीसदी रही है. मई महीने में क्रूड पेट्रोलियम और नैचुरल गैस की महंगाई दर - 12.43 फीसदी रही है. इस दौरान पेट्रोल की - 8.49 फीसदी डीजल की - 5.61 फीसदी रही है.

इससे पहले 12 जून को खुदरा महंगाई दर का जो डेटा जारी किया गया उसमें खुदरा महंगाई दर 6 सालों के निचले स्तर पर चला गया. खुदरा महंगाई घटकर तीन फ़ीसदी के नीचे 2.82 फीसदी पर आ गया है. फरवरी 2019 के बाद खुदरा महंगाई दर अपने निचले स्तर पर है जो की अक्टूबर 2021 के बाद सबसे कम है.

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