देश की संस्कृती की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर जी ने अपना जीवन न्यौछावर कर दिया. ये उनके बलिदान का 350वां वर्ष है.
देश की संस्कृती की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर जी ने अपना जीवन न्यौछावर कर दिया. ये उनके बलिदान का 350वां वर्ष है.