भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंथा नागेश्वरन ने कहा कि ईरान-इजराइल के बीच चल रहा संघर्ष भारत के लिए बहुत अच्छा नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक विकास में गिरावट कई सालों तक जारी रह सकती है। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए नागेश्वरन ने मौजूदा स्थिति के असर को 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट से तुलना करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस बार यह एक धीमी गति वाली घटना हो सकती है जो कई सालों तक चल सकती है।
सीईए ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी भारत के लिए जरूरी जोखिम पैदा करती है। उन्होंने कहा कि बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि कच्चे तेल की कीमतें और कितनी बढ़ सकती हैं और यह अवधि कितने समय तक चलती है। लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 2022 में, जब रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ, कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चली गईं, और फिर भी भारतीय अर्थव्यवस्था 7 फीसदी की विकास दर को बनाए रखने में सक्षम थी।