बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग पार्टी के छात्र संगठन बांग्लादेश छात्र लीग (बीसीएल) पर प्रतिबंध लगा दिया। यह कदम भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन की मांगों के आगे झुकते हुए उठाया गया, जिसने छात्र संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। गृह मंत्रालय के तहत सार्वजनिक सुरक्षा प्रभाग के वरिष्ठ सचिव मोहम्मद अब्दुल मोमेन द्वारा हस्ताक्षरित एक अधिसूचना में कहा गया है कि अवामी लीग सरकार के तहत पिछले 15 वर्षों में छात्र संगठन विभिन्न गतिविधियों में शामिल रहा है, जिससे सार्वजनिक सुरक्षा बाधित हुई है।
इस संगठन के खिलाफ हत्या, बलात्कार, यातना, छात्र छात्रावासों में उत्पीड़न और निविदा हेरफेर शामिल हैं। अधिसूचना में कहा गया है कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि छात्र संगठन अवामी लीग सरकार के पतन के बाद भी राज्य के खिलाफ षड्यंत्रकारी, विनाशकारी और उत्तेजक गतिविधियों में संलग्न रहा। हसीना 5 अगस्त को अपनी सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों के कारण भारत भाग गईं, जिसके कारण जुलाई के मध्य से सैकड़ों लोग मारे गए।