मांग होने पर RSS लड़कियों को लेने पर कर सकता है विचार: सुनील आंबेकर

आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी सुनील आंबेकर ने कहा कि जमीनी स्तर पर ऐसी कोई मांग नहीं है कि शाखाओं में लड़के और लड़कियां एक साथ भाग लें और ‘समाज भी इसकी मांग नहीं कर रहा है.’ उन्होंने कहा कि यदि ऐसी मांग की जाती है तो संघ वर्तमान ढांचे में आवश्यक बदलाव करेगा. जमीनी स्तर पर आरएसएस की शाखाएं केवल लड़कों के लिए हैं.लेकिन राष्ट्र सेविका समिति, जो कि एक महिला संगठन है (आरएसएस का), 1930 के दशक से आरएसएस जैसा ही काम कर रही है.

Read More
Next Story