जम्मू में करीब 40 प्रतिशत प्रवासी कश्मीरी पंडितों ने बुधवार को विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जम्मू, दिल्ली और उधमपुर में 24 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ। राहत एवं पुनर्वास आयुक्त अरविंद करवानी ने पीटीआई-भाषा को बताया, "विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में जम्मू में 19 मतदान केंद्रों पर करीब 40 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि उधमपुर में 37 प्रतिशत और दिल्ली में 43 प्रतिशत मतदान हुआ।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 3,514 पुरुषों और 2,736 महिलाओं सहित कुल 6,250 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सबसे अधिक 2,796 वोट हबकदल निर्वाचन क्षेत्र में पड़े, जो कभी कश्मीरी पंडितों का गढ़ हुआ करता था, इसके बाद लाल चौक में 909 और जदीबल में 417 वोट पड़े। मतदान के पहले चरण में जम्मू के 19 मतदान केंद्रों पर विस्थापित कश्मीरी पंडितों में से 27 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि उधमपुर के एक मतदान केंद्र पर 31.39 प्रतिशत मतदान हुआ।

18 सितंबर को हुए चुनाव के पहले चरण में जम्मू में दक्षिण कश्मीर की सीटों के लिए 34,000 में से 9,218 कश्मीरी पंडितों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था, जबकि बुधवार को दूसरे चरण में मध्य कश्मीर की सीट के लिए 15,500 में से 6,250 मतदाताओं ने मतदान किया।सुबह सात बजे से कश्मीर के 15 क्षेत्रों सहित 26 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हुआ।

विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में छह जिले शामिल थे - घाटी और जम्मू संभाग में तीन-तीन।इस चरण में श्रीनगर जिले में 93 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे, इसके बाद बडगाम में 46, राजौरी में 34, पुंछ में 25, गंदेरबल में 21 और रियासी में 20 उम्मीदवार मैदान में थे।25.69 लाख से ज़्यादा मतदाता 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फ़ैसला करेंगे, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मंत्री तारिक़ हामिद क़रा, बीजेपी जम्मू-कश्मीर प्रमुख रविंदर रैना और अपनी पार्टी के प्रमुख सैयद अल्ताफ़ बुखारी जैसे नेता शामिल हैं। मैदान में चार कश्मीरी पंडित उम्मीदवार भी थे।

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